success story: जानिए ज्योति रेड्डी के बारे में। ये एक ऐसी महिला से जिन्होंने अनाथालय में साधारण शुरुआत से लेकर एक अरब डॉलर की सॉफ्टवेयर कंपनी की सीईओ बनने तक अपना जीवन बदल दिया। उनकी कहानी दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत की कहानी है।
पांच लोगों के गरीब परिवार में जन्मी ज्योति का जीवन 8 साल की उम्र में बदल गया जब उनके पिता ने उसे अनाथालय भेज दिया। कठिनाइयों के बावजूद उसने सरकारी स्कूल में पढ़ाई की और एक उज्जवल भविष्य का सपना देखा।
16 साल की उम्र में शादी, 18 साल की उम्र में मां
16 साल की उम्र में ज्योति की शादी कर दी गई और जल्द ही वह दो बेटियों की मां बन गई। गंभीर आर्थिक संकटों का सामना करते हुए, वह खेतों में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करती थी, जिससे उसे रोजाना महज पांच रुपये मिलते थे।
1994 में ज्योति ने बीए की डिग्री हासिल की, उसके बाद 1997 में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की। हालाँकि उनकी योग्यता के कारण उन्हें पढ़ाने का मौक़ा मिला, मगर उनका वेतन महज 398 रुपये प्रति माह था। जीवन यापन के लिए उन्होंने रात में दर्जी का काम भी किया।
अमेरिका में काम करने वाले एक रिश्तेदार से मिलने आने पर ज्योति को विदेश में अवसरों की तलाश करने की प्रेरणा मिली। उन्होंने कंप्यूटर कोर्स किया, अमेरिका चली गई और शुरुआत में पेट्रोल स्टेशन और बच्चों की देखभाल सहित छोटे-मोटे काम किए।
2001 में 40,000 डॉलर की बचत के साथ ज्योति ने की सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस की स्थापना की। जो छोटी सी शुरुआत हुई, वह 15 मिलियन डॉलर के कारोबार वाले व्यवसाय में बदल गई और अंततः 2017 तक एक बिलियन डॉलर का बिजनेस खड़ा हो गया।
अनाथालय से लेकर अरबों डॉलर की कंपनी की कमान संभालने तक की ज्योति रेड्डी की अविश्वसनीय यात्रा इस बात की याद दिलाती है कि दृढ़ता और कड़ी मेहनत से जीवन में बदलाव लाया जा सकता है। आज वो लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
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