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सोमवार, 28 अप्रैल 2025 को भारतीय शेयर बाजार ने शानदार अंदाज में सप्ताह की शुरुआत की।

बीएसई सेंसेक्स 340.36 अंकों की मजबूती के साथ 79,552.89 के स्तर पर खुला।

वहीं एनएसई निफ्टी ने 64.50 अंकों की तेजी के साथ 24,103.85 का आंकड़ा छू लिया।

इस मजबूती के पीछे वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेत मुख्य वजह रहे। शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट के तीनों प्रमुख सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए, जिससे एशियाई बाजारों में भी अच्छा मूड बना। भारत और अमेरिका के बीच संभावित ट्रेड डील की खबरों ने भी भारतीय बाजार में जोश भरा है।

रिलायंस और महिंद्रा जैसे दिग्गज शेयरों में जबरदस्त उछाल

शुरुआती कारोबार में कई बड़े स्टॉक्स चमकते नजर आए:

रिलायंस इंडस्ट्रीज में करीब 3% की तेजी रही।

महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, लार्सन एंड टूब्रो और एनटीपीसी के शेयरों में भी अच्छी तेजी देखने को मिली।

हालांकि, कुछ आईटी कंपनियों के शेयर दबाव में रहे:

एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, टीसीएस, बजाज फाइनेंस, और नेस्ले के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।

शुक्रवार को दिखी थी बड़ी गिरावट

पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को भारतीय बाजार में बड़ी गिरावट आई थी:

बीएसई सेंसेक्स 588.90 अंक टूटकर 79,212.53 अंक पर बंद हुआ था।

एनएसई निफ्टी 207 अंक फिसलकर 24,039.35 अंक पर बंद हुआ।

आईटी सेक्टर को छोड़कर लगभग सभी इंडेक्स लाल निशान में रहे।

मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखने को मिली, जो मुनाफावसूली का परिणाम थी।

वैश्विक बाजारों से मिला सपोर्ट

वैश्विक बाजारों ने भारतीय निवेशकों का मनोबल बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाई:

हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की 225, और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी हरे निशान में रहे।

चीन का शंघाई एसएसई कंपोजिट थोड़ा दबाव में रहा।

अमेरिकी बाजार शुक्रवार को मजबूती के साथ बंद हुए थे, जिससे आज एशिया के बाजारों में पॉजिटिव सेंटिमेंट देखने को मिला।

ब्रेंट क्रूड की कीमतों में भी हल्की तेजी रही और वह 0.25% बढ़कर 67.04 डॉलर प्रति बैरल के आसपास ट्रेड कर रहा है।

निवेशकों के लिए सलाह: सतर्क रहें

हालांकि भारतीय शेयर बाजार ने आज जोरदार शुरुआत की है, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को देखते हुए निवेशकों को सतर्कता बरतनी चाहिए। युद्ध जैसे हालात अगर और गंभीर हुए तो बाजार में अस्थिरता बढ़ सकती है।

इसलिए:

लंबी अवधि के निवेशक अभी नए निवेश से पहले स्थिरता का इंतजार कर सकते हैं।

शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को स्ट्रिक्ट स्टॉपलॉस के साथ काम करना चाहिए।

डिफेंसिव सेक्टर (जैसे फार्मा, एफएमसीजी) में आंशिक निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।

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