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मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर दिए गए बयान पर राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने जमकर पलटवार किया। खड़गे ने सोमवार को कहा था, “आजादी के बाद ऐसा ऑपरेशन नहीं हुआ...” और इसे ‘छोटा युद्ध’ बताया था।
नड्डा ने खड़गे के बयान को देश की सीमाओं और संप्रभुता की भावनाओं का अपमान बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की तुलना किसी भी तरह के छोटे प्रयास से नहीं की जा सकती और इसे एक ठोस, प्रभावशाली कार्रवाई बताया। उन्होंने यह भी कहा कि इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया, जिससे यह साबित हुआ कि देश किसी भी चुनौती का जवाब दे सकता है ।
इसके साथ ही नड्डा ने स्पष्ट किया कि खड़गे के बयान से ‘आज़ादी के बाद पहली बार ऐसा ऑपरेशन’ कथन भ्रमित करने वाला है और इससे देशभक्ति की भावना को ठेस पहुँची है। उन्होंने खड़गे को अपनी जानकारी अपडेट करने की नसीहत दी और कहा कि संसद सदस्यों को इस तरह की टिप्पणियों से बचना चाहिए।
बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी खड़गे के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने इसे ‘भारतीय सेना की वीरता का अपमान’ करार दिया और कहा कि खड़गे और राहुल गांधी की यह रणनीति ‘देश विरोधी’ है ।
दूसरी ओर, विपक्ष का कहना है कि खड़गे ने सरकार की नीतियों में आयी कमियों और “सुरक्षा विफलताओं” की ओर ध्यान दिलाया। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि ऑपरेशन वाले समय में जम्मू–कश्मीर में PM की यात्रा क्यों स्थगित की गई और इस दौरान क्यों बढ़ते आतंकी खतरों के प्रति अलर्ट नहीं किया गया। खड़गे ने कहा कि अगर ऐसी सूचनाएं जनता तक समय पर पहुंचाई गई होतीं, तो पीहलगाम में हुई बर्बरता टाली जा सकती थी।
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