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Up Kiran, Digital Desk: हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान, जानी-मानी लेखिका और इंफोसिस फाउंडेशन की पूर्व अध्यक्ष सुधा मूर्ति ने अभिनेता आमिर खान से मुलाकात की। इस मुलाकात में, आमिर खान ने सुधा मूर्ति और अन्य उपस्थित लोगों को अपनी आगामी फिल्म 'सितारे ज़मीन पर' (Sitaare Zameen Par) का एक विशेष अंश दिखाया।

इस प्रीव्यू को देखने के बाद सुधा मूर्ति फिल्म से काफी प्रभावित नज़र आईं। उन्होंने फिल्म की जमकर सराहना की और इसे एक 'आई-ओपनर' बताया। सुधा मूर्ति ने कहा कि यह फिल्म समाज में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने की क्षमता रखती है। उन्होंने आमिर खान के पिछले कामों की भी तारीफ की, खासकर उनकी critically acclaimed फिल्म 'तारे ज़मीन पर' (Taare Zameen Par) की, जो डिस्लेक्सिया से पीड़ित बच्चे की कहानी पर आधारित थी और जिसने शिक्षा प्रणाली व बच्चों की परवरिश पर गहरी बहस छेड़ी थी।

माना जा रहा है कि 'सितारे ज़मीन पर' भी 'तारे ज़मीन पर' की तरह ही किसी सामाजिक मुद्दे या बच्चों से संबंधित विषय पर आधारित होगी। सुधा मूर्ति का मानना है कि इस तरह की फिल्में मनोरंजन के साथ-साथ लोगों को संवेदनशील बनाने और समाज में जागरूकता फैलाने का काम करती हैं।

सुधा मूर्ति जैसी प्रभावशाली शख्सियत द्वारा फिल्म की शुरुआती प्रशंसा निश्चित रूप से 'सितारे ज़मीन पर' के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह दर्शाता है कि फिल्म में केवल मनोरंजन ही नहीं, बल्कि एक गहरा संदेश भी निहित है जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर सकता है।

इस बातचीत से यह भी स्पष्ट होता है कि आमिर खान अपनी फिल्मों के माध्यम से महत्वपूर्ण सामाजिक विषयों को उठाने की अपनी परंपरा को जारी रखे हुए हैं। 'सितारे ज़मीन पर' से दर्शकों को अब और भी अधिक उम्मीदें बंध गई हैं, खासकर सुधा मूर्ति की इस प्रतिक्रिया के बाद।

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