Up Kiran, Digital Desk: भारती एयरटेल के प्रमुख सुनील मित्तल ने भारत में ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCCs) की वृद्धि को लेकर एक सकारात्मक आकलन पेश किया है। उन्होंने कहा है कि भारत में GCCs की बढ़ती संख्या और विकास की गति "सही दिशा में" कदम बढ़ा रही है। यह बयान भारत को वैश्विक व्यापार और प्रौद्योगिकी के केंद्र के रूप में स्थापित करने के प्रयासों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
GCCs, जो अनिवार्य रूप से बहुराष्ट्रीय कंपनियों (MNCs) के विदेशी संचालन केंद्र होते हैं और भारत से रिसर्च, डेवलपमेंट, आईटी सेवाओं और अन्य व्यावसायिक प्रक्रियाओं का प्रबंधन करते हैं, भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं। मित्तल की टिप्पणी दर्शाती है कि उन्हें विश्वास है कि भारत इन केंद्रों को स्थापित करने और संचालित करने के लिए एक अनुकूल माहौल प्रदान कर रहा है।
उनके अनुसार, इस सकारात्मक गति में भारत के विशाल और कुशल टैलेंट पूल, लगातार सुधरते बुनियादी ढांचे, और सरकार की सहायक नीतियों जैसे कारकों का महत्वपूर्ण योगदान है। ये कारक मिलकर भारत को वैश्विक कंपनियों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाते हैं जो यहां अपने GCC स्थापित करना चाहती हैं।
भारत में GCCs की वृद्धि से रोजगार के अवसर पैदा होते हैं, विदेशी निवेश आकर्षित होता है, और भारतीय पेशेवरों को वैश्विक स्तर पर काम करने का अनुभव मिलता है। यह भारत को वैश्विक मूल्य श्रृंखला (global value chain) में और अधिक गहराई से एकीकृत करने में भी मदद करता है।
सुनील मित्तल का यह बयान भारत के GCC क्षेत्र की क्षमता और भविष्य के विकास के प्रति आशावाद को रेखांकित करता है। यह दर्शाता है कि प्रमुख उद्योगपति भी मानते हैं कि इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में भारत सही रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
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