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Up Kiran, Digital Desk: पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और वोटों की गोलबंदी का खेल तेज हो गया है। इसी बीच तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक ने ऐसा बयान दे दिया कि पूरे राज्य में सियासी पारा चढ़ गया। मुस्लिम बहुल इलाके में 6 दिसंबर को नई बाबरी मस्जिद की नींव रखने का ऐलान कर दिया गया है। जी हां, वही 6 दिसंबर जिस दिन 1992 में अयोध्या का विवादित ढांचा गिराया गया था।

विधायक हुमायूं कबीर ने फेंका विस्फोटक दांव

बेलडांगा से टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने बांग्लादेश बॉर्डर से सटे मुर्शिदाबाद जिले में नई बाबरी मस्जिद बनाने की घोषणा की है। उनका दावा है कि यह मस्जिद मुस्लिम समाज की भावनाओं का सम्मान करेगी। कबीर पहले भी विवादास्पद बयानों के लिए सुर्खियों में रहते हैं। इस बार उन्होंने तारीख भी वही चुनी जो हिंदू संगठनों के लिए बेहद संवेदनशील है।

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह कदम आने वाले चुनाव में मुस्लिम वोटों को एकजुट करने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है। बंगाल में मुस्लिम आबादी करीब 30 फीसदी है और पिछले कई चुनावों में यही वोटबैंक तृणमूल की ताकत रहा है।

केशव प्रसाद मौर्य ने दी कड़ी चेतावनी

सबसे तीखी प्रतिक्रिया उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की आई। उन्होंने सीधे कहा कि भारत की जमीन पर किसी विदेशी आक्रमणकारी के नाम पर एक भी ईंट नहीं रखने दी जाएगी। मौर्य ने घुसपैठियों के खिलाफ चल रहे अभियान का जिक्र करते हुए चेताया कि उन्हें चुन-चुनकर वापस भेजा जाएगा। साथ ही उन्होंने भविष्यवाणी की कि 2026 में बंगाल की जनता तृणमूल को सत्ता से बेदखल कर देगी और वहां बीजेपी की सरकार बनेगी।

शाहनवाज हुसैन बोले, ये ध्रुवीकरण की साजिश

बीजेपी के बड़े मुस्लिम चेहरे और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने इसे सीधे-सीधे ध्रुवीकरण की कोशिश बताया। उनका कहना था कि बाबर ने राम मंदिर को तोड़ा था और अब उसके नाम पर मस्जिद बनाकर लोगों को भड़काया जा रहा है। हुसैन ने सीधा आरोप लगाया कि यह सब ममता बनर्जी के इशारे पर हो रहा है और बांग्लादेशी घुसपैठियों को उकसाने की कोशिश की जा रही है।

बंगाल में नहीं बनेगी बाबरी मस्जिद, सांसद का साफ ऐलान

बीजेपी सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने भी तीखा हमला बोला। उन्होंने याद दिलाया कि अयोध्या में सदियों पुराना राम मंदिर था जिसे मुगलों ने तोड़कर बाबरी ढांचा खड़ा किया था। अब प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से वहां भव्य राम मंदिर बन चुका है। चंदोलिया ने इसे सिर्फ वोट की भूख बताया और साफ कहा कि पश्चिम बंगाल में कोई बाबरी मस्जिद नहीं बनेगी।