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जमुई जिले के बरहट प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय नगदेवा में तीन शिक्षकों को नौकरी से निकालने की एक बड़ी घटना सामने आई है। इस कार्रवाई के बाद जिले में शिक्षा विभाग की सख्ती को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। महकमे ने इन शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उन्हें बर्खास्त कर दिया है और उनसे अब तक दिए गए वेतन की वसूली का आदेश भी जारी किया है।

फर्जी प्रमाण पत्र की जांच में आया खुलासा

इंटरव्यू और जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि इन तीनों शिक्षकों ने 2024 में सक्षमता परीक्षा के लिए आवेदन किया था, मगर उनके प्रमाण पत्र नकली पाए गए। इसके बाद शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों से सत्यापन के लिए कई बार संपर्क करने की कोशिश की, मगर जब वे नहीं आए, तो महकमे ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया।

नियमों की अवहेलना और विभाग की कार्रवाई

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने इस बारे में पत्र जारी करते हुए बताया कि इन आरोपियों को 13 से 17 मई 2024 के बीच प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए बुलाया गया था, मगर वे उपस्थित नहीं हुए। इसके बाद विभाग ने उन्हें स्पीड पोस्ट के माध्यम से पत्र भेजे, मगर वे भी गलत पते पर भेजे गए थे और वापस लौट आए।

इस स्थिति में विभाग ने नियोजन समिति की बैठक आयोजित की और यह फैसला लिया कि इन शिक्षकों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। इसके परिणामस्वरूप, तीनों शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया और उनके वेतन की वसूली का आदेश दिया गया।