Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तिथियां करीब आते ही राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। आज (26 अक्टूबर) को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के सत्ता में आने की स्थिति में बिहार के पंचायती राज प्रतिनिधियों के लिए कई अहम घोषणाएं कीं। राजद नेता ने कहा कि अगर महागठबंधन जीतता है तो पंचायती राज व्यवस्था में कार्यरत सभी प्रतिनिधियों के भत्ते दोगुने कर दिए जाएंगे।
तेजस्वी यादव का यह वादा पटना में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी के साथ आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में सामने आया। यादव ने यह भी ऐलान किया कि पंचायती राज प्रतिनिधियों को 50 लाख रुपये का बीमा कवर और पेंशन भी दी जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने पीडीएस वितरकों के लिए प्रति क्विंटल मार्जिन मनी में वृद्धि का भी वादा किया।
राजद नेता ने यह भी स्पष्ट किया कि महागठबंधन की सरकार बनने पर, बिहार के नाइयों, मिट्टी के बर्तन बनाने वालों और बढ़ई को 5 लाख रुपये तक का ब्याज-मुक्त ऋण प्रदान किया जाएगा, ताकि इन वर्गों का आर्थिक सशक्तिकरण हो सके।
पंचायती राज के तहत क्या होंगे बदलाव?
बिहार की पंचायती राज व्यवस्था में तीन मुख्य स्तर होते हैं - जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत। पंचायत प्रतिनिधियों को 'मुखिया' (ग्राम पंचायत), 'प्रमुख' (पंचायत समिति), और 'अध्यक्ष' (जिला परिषद) के नाम से जाना जाता है। तेजस्वी यादव ने स्पष्ट किया कि इन सभी प्रतिनिधियों को उनकी सेवाओं के लिए एक बेहतर पैकेज दिया जाएगा, जो उनके जीवनस्तर को सुधारने में मदद करेगा।
बिहार विधानसभा के चुनाव 2025 में 243 सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होंगे। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। चुनाव परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
क्या असर होगा इन घोषणाओं का?
तेजस्वी यादव की घोषणाएं महागठबंधन की चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा हैं, और पंचायत प्रतिनिधियों के लिए इस तरह के लाभों का ऐलान निश्चित तौर पर ग्रामीण इलाकों में राजद के समर्थन को बढ़ा सकता है। इसके साथ ही यह भी माना जा रहा है कि तेजस्वी यादव और उनके गठबंधन के नेता बिहार में ग्रामीण विकास और पंचायत व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहते हैं।
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