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Up Kiran, Digital Desk: नई दिल्ली स्थित तेलंगाना भवन के कर्मचारियों ने एक महत्वपूर्ण मानवीय कार्य को अंजाम देते हुए ईरान और इज़राइल जैसे युद्धग्रस्त और संकटग्रस्त क्षेत्रों से लौटे भारतीय नागरिकों को हरसंभव सहायता प्रदान की है। मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के निर्देश पर, भवन के स्टाफ सदस्यों ने इन यात्रियों के लिए भोजन, आश्रय और उनके गृह राज्यों तक सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई।

वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, अब तक तेलंगाना भवन के कर्मचारियों ने लगभग 3600 से अधिक यात्रियों को सहायता प्रदान की है। इन लोगों को मुख्य रूप से ईरान और इज़राइल जैसे देशों से युद्ध या अस्थिरता के कारण वापस लाया गया था। तेलंगाना भवन ने इन लोगों को भोजन के पैकेट, पीने का पानी, और यदि आवश्यक हो तो अस्थायी आवास भी उपलब्ध कराया। इसके अतिरिक्त, भवन के कर्मचारियों ने यात्रियों को उनके मूल राज्यों, जैसे आंध्र प्रदेश, केरल, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और महाराष्ट्र, तक जाने के लिए आवश्यक यात्रा व्यवस्थाएं करने में भी मदद की।

यह मानवीय पहल मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की विशेष चिंता का परिणाम है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि विदेशों में संकट में फंसे भारतीयों की सहायता के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए। उनके मार्गदर्शन में, तेलंगाना भवन ने विदेश मंत्रालय (MEA) और अन्य राज्य सरकारों के साथ मिलकर एक सुचारु समन्वय स्थापित किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रत्येक लौटने वाले व्यक्ति को तुरंत सहायता मिल सके।

यह घटना दर्शाती है कि तेलंगाना सरकार केवल अपने राज्य के निवासियों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि संकट की घड़ी में अन्य राज्यों के नागरिकों की मदद के लिए भी आगे बढ़कर काम करती है। तेलंगाना भवन का यह प्रयास निश्चित रूप से राष्ट्रीय एकता और मानवीय सेवा के उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है। यह उन सभी लोगों के लिए एक उम्मीद की किरण बना, जो विदेशों में अनिश्चितता के दौर से गुजरने के बाद अपने वतन लौटे थे।

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