
Up Kiran, Digital Desk: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर चल रहा विवाद अब और गहरा गया है, जिसने एक गंभीर मानवीय संकट का रूप ले लिया है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुई भीषण झड़पों के कारण सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले हजारों लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है, और दुख की बात है कि इन झड़पों में मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
यह संघर्ष विवादित क्षेत्रों को लेकर लंबे समय से चला आ रहा है। हालिया झड़पों में तोपखाने और छोटे हथियारों का भी इस्तेमाल किया गया है, जिससे नागरिक आबादी को भारी नुकसान पहुँचा है। कई गाँवों को खाली करा लिया गया है और प्रभावित इलाकों में डर का माहौल है।
विस्थापित हुए लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ रही है, जहाँ उन्हें भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता जैसी बुनियादी ज़रूरतों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवीय संगठन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मदद के लिए आगे आ रहे हैं, लेकिन चुनौती बहुत बड़ी है।
यह बढ़ती हिंसा न केवल थाईलैंड और कंबोडिया के संबंधों को तनावपूर्ण बना रही है, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी खतरा पैदा कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और बातचीत के माध्यम से इस मुद्दे को सुलझाने का आग्रह किया है, ताकि और अधिक जानें न जाएं और स्थिति नियंत्रण में आ सके।
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