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Up kiran,Digital Desk : अगर आप 2013 में आई 'रांझणा' के कुंदन को आज भी नहीं भुला पाए हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। निर्देशक आनंद एल राय और धनुष की जोड़ी करीब 12 साल बाद वापस आई है, फिल्म 'तेरे इश्क में' लेकर। फर्क बस इतना है कि इस बार बनारस का 'कुंदन' नहीं, बल्कि दिल्ली का 'शंकर' आपको अपने जुनून और दीवानगी की कहानी सुनाएगा।

कहानी: दिल्ली की सड़कों पर 'इश्क' और 'जुनून'

कहानी है शंकर (धनुष) की, जिसका परिवार चेन्नई छोड़कर दिल्ली में बस जाता है। शंकर के अंदर बचपन का एक पुराना दर्द (ट्रॉमा) है, जिसकी वजह से वह थोड़ा गुस्सैल और आक्रामक बन गया है। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (DUSU) का अध्यक्ष है।

उसकी जिंदगी में बदलाव तब आता है जब उसकी मुलाकात 'मुक्ति' (कृति सेनन) से होती है। मुक्ति साइकोलॉजी में पीएचडी कर रही है और अपनी थीसिस के लिए शंकर पर स्टडी करती है। यहीं से शुरू होता है प्यार, तकरार और फिर जुदाई का सिलसिला। कहानी डीयू (DU) के कैंपस से निकलकर इंडियन एयरफोर्स के फाइटर प्लेन तक कैसे पहुंचती है और क्या शंकर अपने अंदर के तूफान को शांत कर पाता है, यही फिल्म की असल जान है।

एक्टिंग: धनुष ने फिर रुलाया, कृति ने चौंकाया

धनुष के बारे में क्या कहें? वे एक्टिंग नहीं करते, बल्कि किरदार को जीते हैं। शंकर के रोल में उनका गुस्सा, बेबसी और प्यार आपको स्क्रीन से चिपकने पर मजबूर कर देगा। वहीं, कृति सेनन ने साबित कर दिया है कि वे अब सिर्फ एक ग्लैम-doll नहीं रही हैं। मुक्ति के किरदार में उन्होंने अपने करियर का वन ऑफ द बेस्ट काम किया है।
शंकर के पिता के रोल में प्रकाश राज हमेशा की तरह दमदार हैं और जीशान आय्यूब अपने छोटे से कैमियो में भी महफिल लूट ले जाते हैं।

म्यूजिक और डायरेक्शन: ए.आर. रहमान का जादू?

आनंद एल राय की फिल्मों में प्यार हमेशा थोड़ा 'दर्द' लेकर आता है, और यहाँ भी वही हुआ है। यह कोई हल्की-फुल्की लव स्टोरी नहीं है, बल्कि एक गहरी और आपको अंदर तक हिला देने वाली फिल्म है। संगीत ए.आर. रहमान का है। गाने सीन के साथ अच्छे लगते हैं, लेकिन 'रांझणा' या 'रॉकस्टार' की तरह जुबान पर चढ़ने वाले गाने थोड़े कम हैं।

कहाँ हुई चूक?

फिल्म एकदम परफेक्ट नहीं है। कुछ जगह आपको लगेगा कि लॉजिक की थोड़ी कमी है। जैसे- एक साइक्लॉजिस्ट का ड्रग्स लेना या प्रेग्नेंट हालत में शराब पीने वाले सीन थोड़े अजीब लग सकते हैं। क्लाइमेक्स आपको भावुक करेगा, लेकिन 'रांझणा' वाली वो टीस शायद डायलॉग्स में थोड़ी कम लगे।

फैसला: देखें या नहीं?

अगर आप इंटेंस लव स्टोरीज़ (गंभीर प्रेम कहानियां) पसंद करते हैं और धनुष की एक्टिंग के दीवाने हैं, तो 'तेरे इश्क में' मिस मत कीजिएगा। फिल्म में कोई एडल्ट सीन नहीं है, इसलिए आप इसे परिवार के साथ भी आराम से देख सकते हैं। यह फिल्म आपको रुलाएगी भी और प्यार पर भरोसा भी कराएगी।