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Up Kiran, Digital Desk: एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम में, कांग्रेस सांसद शशि थरूर अपने वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोपों के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं, जिससे भारत की चुनावी प्रक्रिया की अखंडता को लेकर चिंताएं और बढ़ गई हैं। थरूर ने इन आरोपों को "गंभीर मुद्दे जिन्हें गंभीरता से लिया जाना चाहिए" बताते हुए ज़ोर दिया कि हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था इतनी मूल्यवान है कि इसकी विश्वसनीयता को अक्षमता, लापरवाही या जानबूझकर की गई छेड़छाड़ से बर्बाद नहीं होने दिया जा सकता। अपने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से, थरूर ने चुनाव आयोग से तत्काल कार्रवाई करने और जनता को सूचित रखने की मांग की।

क्या हैं राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोप?

राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोप 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान हुए एक "बहुत बड़े आपराधिक फ्रॉड" पर आधारित हैं, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और चुनाव आयोग के बीच मिलीभगत का दावा किया है। राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डेटा प्रस्तुत करते हुए आरोप लगाया कि कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा सीट, जो बेंगलुरु सेंट्रल संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है, में मतदाता सूचियों में हेरफेर किया गया और नतीजों में धांधली हुई।

कांग्रेस नेता ने दावा किया कि उनकी टीम द्वारा किए गए विश्लेषण में पाया गया कि अकेले महादेवपुरा में 1,00,250 से अधिक वोट "चोरी" किए गए।उन्होंने इसके लिए कई तरीके बताए, जैसे:

राहुल गांधी ने यह भी मांग की कि चुनाव आयोग उन्हें पिछले 10-15 वर्षों का मशीन-रीडेबल वोटर डेटा और मतदान केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज मुहैया कराए।

चुनाव आयोग का कड़ा रुख इन आरोपों के जवाब में चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से कहा है कि वे इन अनियमितताओं के बारे में शपथ के तहत एक औपचारिक घोषणा पत्र प्रस्तुत करें।आयोग ने कथित रूप से अयोग्य या डुप्लीकेट मतदाताओं के विशिष्ट नाम और भाग संख्या का विवरण भी मांगा है आयोग ने चेतावनी दी है कि गलत घोषणा करने पर कानूनी परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

आरोपों पर सियासी संग्राम स्वाभाविक रूप से, इन आरोपों ने एक भयंकर राजनीतिक प्रतिक्रिया को जन्म दिया है। बीजेपी ने राहुल गांधी के दावों को राजनीति से प्रेरित और निराधार बताते हुए खारिज कर दिया है। बीजेपी ने गांधी पर औपचारिक शिकायत दर्ज न करने और मतदाताओं का अपमान करने का भी आरोप लगाया है।

वहीं, शशि थरूर के खुलकर समर्थन में आने से कांग्रेस को इस मुद्दे पर और बल मिला है।थरूर ने X पर लिखा, “ये गंभीर सवाल हैं जिन्हें सभी दलों और सभी मतदाताओं के हित में गंभीरता से संबोधित किया जाना चाहिए। हमारा लोकतंत्र बहुत कीमती है और इसकी विश्वसनीयता को अक्षमता, लापरवाही या इससे भी बदतर, जानबूझकर की गई छेड़छाड़ से नष्ट करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। चुनाव आयोग को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और देश को सूचित रखना चाहिए।”