
Up Kiran, Digital Desk: बॉलीवुड की 'सिमरन' यानी काजोल, अपनी चुलबुली मुस्कान और दमदार एक्टिंग के लिए तो जानी ही जाती हैं, लेकिन एक और चीज है जो उन्हें सबसे अलग बनाती है - और वह है उनका बिंदास और बेबाक अंदाज। काजोल उन गिनी-चुनी हस्तियों में से हैं जो दिल में कुछ और जुबान पर कुछ और नहीं रखतीं। जो सच है, जैसा है, वह सीधा मुंह पर बोल देती हैं, चाहे सामने वाले को अच्छा लगे या बुरा।
हाल ही में, काजोल ने अपने इसी "नो-फिल्टर" स्वभाव के बारे में एक मजेदार लेकिन उतनी ही सच्ची बात कबूल की है। उन्होंने साफ कहा कि उन्हें बातों को घुमा-फिराकर या उस पर "चीनी लगाकर" (sugarcoating) बोलना बिल्कुल नहीं आता।
क्या कहा काजोल ने: काजोल ने अपने एक हालिया इंटरव्यू में इस बात को स्वीकार किया कि उनकी फितरत में ही नहीं है कि वह किसी बात को सिर्फ इसलिए मीठा बनाकर बोलें ताकि वह सुनने में अच्छी लगे। उनका मानना है कि सच जैसा भी हो, उसे वैसे ही कहा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "मैं वैसी इंसान नहीं हूँ जो चीजों पर चीनी की परत चढ़ाए। अगर कोई बात मुझे गलत लगती है, तो मैं उसे सीधे तौर पर कह देती हूँ।"
यह काजोल का यही अंदाज है जो उन्हें फिल्म इंडस्ट्री की डिप्लोमैटिक दुनिया में सबसे अलग और सच्चा बनाता है। जहां ज्यादातर लोग कुछ भी कहने से पहले दस बार सोचते हैं, वहीं काजोल अपनी राय रखने से कभी नहीं हिचकिचातीं।
दोस्तों के बीच भी ऐसी ही हैं काजोल
उनके करीबी दोस्त जैसे करण जौहर और शाहरुख खान भी कई बार यह बता चुके हैं कि काजोल उनकी सबसे बड़ी आलोचक हैं। वह कभी भी झूठी तारीफ नहीं करतीं। अगर उन्हें कोई फिल्म या काम पसंद नहीं आता, तो वह बिना किसी लाग-लपेट के साफ-साफ बता देती हैं।
काजोल का यह "सैवज" यानी बिंदास कबूलनामा उनके फैंस को खूब पसंद आ रहा है, क्योंकि यही वह unapologetic honesty है जो काजोल को आज भी लाखों दिलों की रानी बनाए हुए है।