
Up Kiran, Digital Desk: राजस्थान के खूबसूरत हिल स्टेशन माउंट आबू में एक ऐसा मंदिर है जो अपनी अनूठी परंपराओं के लिए जाना जाता है। यह है 'गोबर गणेश' का मंदिर। जी हाँ, आपने बिलकुल सही सुना, यहाँ भगवान गणेश की प्रतिमा गाय के गोबर से बनी हुई है। यह प्रतिमा सदियों पुरानी मानी जाती है और इसे बेहद पवित्र माना जाता है।
क्यों है यह मंदिर खास?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माउंट आबू को भगवान गणेश का जन्मस्थान माना जाता है। इसी मान्यता के चलते यहाँ स्थापित यह गोबर गणेश की प्रतिमा अपने आप में विशेष है। यह दुनिया भर में अपनी तरह की इकलौती प्रतिमा है जो गोबर से बनी है। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं का मानना है कि इस मंदिर में सच्चे मन से मांगी गई हर मनोकामना पूरी होती है।
गणेश चतुर्थी का महत्व
गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है, और माउंट आबू का यह गोबर गणेश मंदिर इस अवसर पर और भी खास हो जाता है। इस समय मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है।माना जाता है कि गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर गोबर गणेश जी के दर्शन करने से सुख-समृद्धि आती है और जीवन के सभी विघ्न दूर होते हैं।
इतिहास और मान्यता
इस मंदिर के इतिहास के बारे में कई किंवदंतियां हैं, लेकिन मुख्य मान्यता यह है कि भगवान गणेश का जन्म यहीं हुआ था। स्कन्द पुराण के अर्बुद खंड में भी इस पर्वत को गणेश जी का जन्मस्थान बताया गया है। यह मंदिर आस्था और परंपरा का एक अद्भुत संगम है, जहाँ प्रकृति से प्राप्त गोबर को भगवान गणेश की स्वरूप देकर पूजनीय बनाया गया है।
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