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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की असम इकाई द्वारा पोस्ट किए गए एक विवादित एनिमेटेड वीडियो का मामला अब देश की सबसे बड़ी अदालत, यानी सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। इस वीडियो को हटाने की मांग वाली एक याचिका पर सुनवाई करते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार, असम सरकार, BJP और फेसबुक, एक्स (ट्विटर) और यूट्यूब जैसी सोशल मीडिया कंपनियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

यह मामला इतना गंभीर है कि इसने देश में 'हेट स्पीच' और राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी पर एक नई बहस छेड़ दी है।

क्या था उस वीडियो में, जिस पर है इतना विवाद?

यह पूरा विवाद BJP असम के सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किए गए एक एनिमेटेड वीडियो को लेकर है।

क्या दिखाया गया?: याचिका के मुताबिक, इस वीडियो में दाढ़ी और जालीदार टोपी पहने कुछ पुरुषों को मुस्लिम समुदाय के रूप में चित्रित किया गया है। उन्हें "घुसपैठियों" के तौर पर दिखाया गया है जो असम के मूल निवासियों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। वीडियो में कांग्रेस नेता राहुल गांधी जैसा दिखने वाला एक किरदार भी है, जो यह सब होते हुए देख रहा है।

लैंड जिहाद" का नैरेटिव: याचिका में आरोप लगाया गया  कि यह वीडियो 'लैंड जिहाद' जैसे खतरनाक और भ्रामक नैरेटिव को बढ़ावा देता , जिसका मकसद असम में हिंदू-मुस्लिम और असमिया-बंगाली समुदायों 

किसने की शिकायत और क्यों: यह याचिका कांग्रेस सांसद अब्दुल खालिक ने दायर की है। उनका कहना है कि यह वीडियो सिर्फ राजनीतिक आलोचना नहीं है, बल्कि यह एक पूरे समुदाय के खिलाफ सीधी-सीधी नफरत है।

आरोप: याचिका में कहा गया है कि यह वीडियो पूरी तरह से झूठा और भ्रामक है। यह न केवल सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम का उल्लंघन करता है, बल्कि यह मुसलमानों के खिलाफ हिंसा को भी भड़का सकता है।

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा: जस्टिस बी.आर. गवई और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने इस याचिका को गंभीरता से लिया है। कोर्ट ने फिलहाल वीडियो पर कोई रोक नहीं लगाई है, लेकिन सभी संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर यह पूछा है कि क्यों न इस वीडियो को हटाने का आदेश दिया जाए।

यह मामला अब सिर्फ एक वीडियो का नहीं रहा। यह इस बात पर एक बड़ी बहस बन गया है कि राजनीतिक फायदे के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किस हद तक किया जा सकता है। क्या बोलने की आजादी के नाम पर किसी समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाई जा सकती है? इस पर सुप्रीम कोर्ट का आखिरी फैसला भविष्य के लिए एक बड़ा उदाहरण तय करेगा।