img

Up Kiran, Digital Desk: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) जम्मू और द इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICMAI) ने मिलकर मैनेजमेंट की पढ़ाई, रिसर्च और ट्रेनिंग को बेहतर बनाने के लिए एक समझौता किया है। बुधवार को हुए इस समझौते का मकसद दोनों संस्थानों की विशेषज्ञता का लाभ उठाकर छात्रों और पेशेवरों के लिए नए रास्ते खोलना है।

इस मौके पर IIM जम्मू के डायरेक्टर प्रोफेसर बी.एस. सहाय और ICMAI के काउंसिल मेंबर सीएमए नवनीत कुमार जैन समेत दोनों संस्थानों के कई बड़े अधिकारी मौजूद थे। समझौते पर IIM जम्मू के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर कमांडर केसवन बास्करन (रिटायर्ड) और ICMAI के सेक्रेटरी सीएमए डॉ. देबप्रोस्ना नंदी ने हस्ताक्षर किए।

इस समझौते के तहत, दोनों संस्थान मिलकर मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम, खास ट्रेनिंग और फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम डिजाइन करेंगे। इसके अलावा, वे साथ मिलकर रिसर्च प्रोजेक्ट, सेमिनार, वर्कशॉप और कॉन्फ्रेंस भी आयोजित करेंगे, जिससे ज्ञान का आदान-प्रदान हो सकेगा।

IIM जम्मू के डायरेक्टर प्रोफेसर बी.एस. सहाय ने कहा, "यह समझौता अकादमिक उत्कृष्टता और रिसर्च पर आधारित इनोवेशन को बढ़ावा देने के हमारे दृष्टिकोण का हिस्सा है। इससे दोनों संस्थानों के बीच अकादमिक और रिसर्च संबंध तो मजबूत होंगे ही, साथ ही ऐसे पेशेवर और लीडर तैयार करने में मदद मिलेगी जो तेजी से बदलती अर्थव्यवस्था की चुनौतियों का सामना कर सकें।"

वहीं, ICMAI के काउंसिल मेंबर सीएमए नवनीत कुमार जैन ने कहा, "यह साझेदारी कॉस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटिंग के क्षेत्र में भविष्य के लिए तैयार टैलेंट को विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे प्रोफेशनल्स को बिजनेस के बदलते माहौल में आगे रहने में मदद मिलेगी और इंडस्ट्री में लगातार सीखने का एक कल्चर बनेगा।"

IIM जम्मू के डीन (फैकल्टी एंड रिसर्च) प्रोफेसर जाबिर अली ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह पार्टनरशिप संस्थान के रिसर्च इकोसिस्टम को मजबूत करेगी और एकेडमिक लर्निंग को इंडस्ट्री की जरूरतों के साथ जोड़ने में मदद करेगी, जिससे ग्रेजुएट्स समाज और संगठनों में बेहतर योगदान दे पाएंगे।

यह समझौता IIM जम्मू के एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त मैनेजमेंट संस्थान बनने के दृष्टिकोण और भारत में कॉस्ट अकाउंटेंसी के प्रोफेशन को नियंत्रित करने में ICMAI की भूमिका को और मजबूत करता है।