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धर्म डेस्क। भारतीय सनातन परंपरा में नवग्रहों को अतिमहत्व दिया गया है। हर कार्य ग्रहों और नक्षत्रों की गति के अनुसार किया जाता है। कर्म और फल भी ग्रहों एवं नक्षत्रों की गति के अनुसार ही निर्धारित होते हैं। शास्त्रों में सूर्य पुत्र शनि ग्रह को सर्वाधिक प्रभावशाली माना गया है। शनि न्याय के देवता माने गए हैं। वह कर्मों के अनुसार फल देते हैं। इसी तरह शुक्र को धन-वैभव एवं ऐश्‍वर्य प्रदान करने वाला माना गया है। बुध को  ग्रहों का राजकुमार और व्‍यापार, वाणी व बुद्धि का देवता माना गया है।

सावन मास में ग्रहों की दशा बेहद शुभ है। शनि शश राजयोग बना रहे हैं। बुध और शुक्र की युति हो रही है। इसके साथ ही बुध शुक्र एवं शनि की दशा उन्हें आमने-सामने देख रही है। तीनो ग्रहों की इस विशेष दशा के चलते समसप्तक राजयोग एवं केंद्र त्रिकोण राजयोग बन रहा है। ये तीनो योग सभी 12 राशियों को प्रभावुत करेंगे। इनमे से इन तीन के जातकों को ये राजयोग चातुर्दिक उन्नति कराते हुए शीर्ष पर पहुंचा देंगे।

वृषभ राशि : वृषभ राशि के स्वामी शुक्र हैं। शनि एवं शुक्र में मित्रता का भाव रहता है। इस राशि के जातकों का शुभ समय शुरू हो चुका है। वर्तमान समय में शनि वृषभ राशि वाले जातकों का कल्याण करेंगे। इस राशि के जातकों के करियर में खूब लाभ होगा। नौकरी के नए अवसर मिलेंगे। चातुर्दिक सफलता मिलने के साथ ही स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा। धन, वैभव एवं यश में वृद्धि होगी।

सिंह राशि : वर्तमान में बने राजयोग सिंह राशि के जातकों का जीवन बदल देंगे। इन्हे बहुत लाभ होगा। इस राशि के जातकों को कामकाज के सिलसिले में यात्राएं करनी होंगी, जिससे जमकर लाभ होगा। इस राशि के जातकों को अचानक धन लाभ के योग हैं। वर्तमान स्थितियां इस राशि के जातकों के वैवाहिक जीवन में मधुरता के अनुकूल हैं।

वृश्चिक राशि : वृश्चिक राशि के जातकों के भी अच्छे दिन आ गए हैं। इस राशि के जातकों को राजयोग मनचाहे फल प्रदान करेंगे। बहुत दिनों से मन में दबी इच्छाएं पूरी होंगी। करियर के लिए यह समय सकारात्मक है। इस समय शासन-सत्‍ता से सहयोग और लाभ मिलने के भी योग हैं। लंबे समय से अटकी योजनाए भी पूर्ण होंगी। घर परिवार में प्रेम बना रहेगा।   

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