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Up Kiran, Digital Desk: बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए NDA के सीट बंटवारे का फॉर्मूला सामने आते ही गठबंधन में दरार की खबरें आने लगी हैं। राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सीटों के बंटवारे पर खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है, जिससे एनडीए की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खुद उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात कर इस विवाद को सुलझाने की कोशिश करेंगे।

क्यों नाराज हैं उपेंद्र कुशवाहा: रविवार को जब बिहार एनडीए के सीट बंटवारे का ऐलान हुआ, तो उसमें उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम को सिर्फ 6 सीटें दी गईं। यह फैसला कुशवाहा को नागवार गुजरा। उन्होंने साफ कह दिया है कि "गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है"। उनकी इस नाराजगी ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है।

कुशवाहा का मानना है कि उनकी पार्टी को नजरअंदाज किया गया है और उन्हें सम्मानजनक सीटें नहीं मिली हैं। उनकी नाराजगी को इस बात से भी समझा जा सकता है कि लोजपा (रामविलास) को 29 सीटें मिली हैं, जबकि कुशवाहा को सिर्फ 6 सीटों पर संतोष करने को कहा गया है।

अमित शाह ने संभाला मोर्चा: उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी की खबर दिल्ली पहुंचते ही बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व हरकत में आ गया। गठबंधन में किसी भी तरह की टूट से बचने के लिए अब खुद अमित शाह ने मोर्चा संभाला है। सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह आज उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात करेंगे और उनकी शिकायतों को सुनकर मामले को सुलझाने का प्रयास करेंगे। यह बैठक बिहार एनडीए के भविष्य के लिए काफी अहम मानी जा रही है।

क्या था NDA का सीट शेयरिंग फॉर्मूला: बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए एनडीए ने जो फॉर्मूला घोषित किया था, वह इस प्रकार है:

बीजेपी (BJP): 101 सीटें,जेडीयू (JD(U)): 101 सीटें

लोजपा (रामविलास): 29 सीटें

राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM): 6 सीटें

हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM): 6 सीटें

अब देखना यह होगा कि क्या अमित शाह अपने 'चाणक्य' वाले अंदाज में उपेंद्र कुशवाहा को मनाने में कामयाब होते हैं या बिहार चुनाव से पहले एनडीए को एक बड़ा झटका लगता है।