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Up Kiran, Digital Desk: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव की मुश्किलें फिलहाल खत्म होती नहीं दिख रही हैं। दिल्ली की एक विशेष अदालत ने आईआरसीटीसी होटल आवंटन घोटाला मामले में उन पर आरोप तय करने को लेकर अपना फैसला 5 अगस्त, 2025 तक के लिए टाल दिया है।

यह मामला रेलवे के होटलों के रखरखाव का ठेका निजी कंपनियों को देने के बदले में कथित रिश्वतखोरी से जुड़ा है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दोनों इस मामले में अलग-अलग जांच कर रहे हैं। सीबीआई ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है, जबकि ईडी मनी लॉन्ड्रिंग (पीएमएलए) के तहत जांच कर रही है।

अदालत में यह तय होना था कि क्या लालू परिवार और अन्य आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और मनी लॉन्ड्रिंग के तहत आरोप तय किए जाएं, जिसके बाद उनके खिलाफ औपचारिक रूप से मुकदमा चलेगा। हालांकि, अब इस फैसले को अगले साल तक के लिए टाल दिया गया है, जिससे लालू परिवार को इस मामले में अपनी कानूनी लड़ाई जारी रखनी होगी।

इस स्थगन का मतलब है कि कानूनी प्रक्रिया में और देरी होगी, और इस हाई-प्रोफाइल मामले का अंतिम परिणाम अभी भी अधर में है। अगली सुनवाई की तारीख 5 अगस्त, 2025 तय की गई है, जब अदालत आरोप तय करने पर फिर से विचार करेगी।

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