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Up kiran,Digital Desk : गुरुवार की सुबह अलीगढ़ के इगलास थाने में पुलिसवाले अपना रोज़ का काम कर रहे थे, तभी एक नौजवान अंदर दाखिल हुआ। उसके कपड़े खून से सने थे, हाथ में लोहे की एक रॉड थी जिस पर अभी भी खून लगा हुआ था, और चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी।

उसने पुलिसवालों से जो कहा, उसे सुनकर एक पल के लिए सब सन्न रह गए। उसने कहा, "मैंने अपने बाप को मार दिया है। लाश नलकूप पर पड़ी है, उठवा लो।"

यह किसी फिल्मी सीन जैसा था, लेकिन यह अलीगढ़ के तरसारा गांव की कड़वी और खौफनाक हकीकत थी, जहां एक बेटे ने संपत्ति के विवाद में अपने 72 साल के बुजुर्ग पिता को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया।

क्या हुआ था उस सुबह?

कहानी की शुरुआत हुई मामूली से पानी के पैसों से। बनवारी लाल शर्मा (72), जो रोडवेज से ड्राइवर के पद से रिटायर हुए थे, कुछ दिनों से अपनी बेटी के घर जट्टारी में थे। उन्हें गांव से किसी ने फोन पर बताया कि उनके नलकूप से सिंचाई के पैसे उनके बड़े बेटे यतेंद्र ने ले लिए हैं। यह सुनकर बनवारी लाल गुस्से में आ गए और बोले, "उसे पैसे नहीं देने थे। मैं सुबह आ रहा हूँ।"

बस, यही बात यतेंद्र के लिए शायद आखिरी चेतावनी बन गई।

जैसे ही सुबह 9 बजे बनवारी लाल अपने खेतों के नलकूप पर पहुंचे, उनका बड़ा बेटा यतेंद्र वहां पहले से ही इंतज़ार कर रहा था। दोनों में कहासुनी हुई, और यतेंद्र ने वहीं रखी लोहे की रॉड उठाकर अपने पिता पर हमला कर दिया। उसने अपने बाप को ज़मीन पर गिराया और फिर सिर, गर्दन और चेहरे पर तब तक वार करता रहा, जब तक उनकी जान नहीं चली गई। पुलिस के मुताबिक, बुजुर्ग शरीर पर करीब दो दर्जन वार किए गए थे।

सिर्फ पानी नहीं, विवाद ज़मीन और मकान का था

यह गुस्सा सिर्फ पानी के पैसों का नहीं था। बाप-बेटे के बीच पिछले एक साल से ज़मीन और मकान को लेकर लड़ाई चल रही थी।

  • ज़मीन का विवाद: पंचायत ने 14 बीघा ज़मीन में से 6-6 बीघा दोनों भाइयों में बांट दी थी, पर यतेंद्र इससे खुश नहीं था।
  • मकान का विवाद: पुश्तैनी मकान को लेकर भी झगड़ा था। छोटे भाई ने बड़े भाई को अपना हिस्सा देकर मकान खाली करने को कहा, लेकिन यतेंद्र कब्ज़ा छोड़ने को तैयार नहीं था।

इस मामले में पुलिस पहले भी तीनों (पिता और दोनों बेटों) को शांति भंग न करने की चेतावनी दे चुकी थी। यतेंद्र कोई काम-धंधा नहीं करता था और उस पर पहले से ही एक बच्चे के अपहरण जैसा गंभीर मुकदमा भी दर्ज था, जिसे उसके पिता ने ही जैसे-तैसे सुलझाया था।

छोटे भाई का आरोप: भाभी और उसके घरवाले भी शामिल

मृतक के छोटे बेटे अजय ने अपने बड़े भाई यतेंद्र, भाभी सुधा और उसके ससुरालवालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। अजय का कहना है कि एक रात पहले ही पिता ने उसे फोन पर बताया था कि यतेंद्र के ससुराल वालों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है।

अजय ने यह भी दावा किया कि जब वह सुबह गांव पहुंचा तो उसने देखा कि उसका भाई और भाभी दोनों मिलकर पिता को रॉड से मार रहे थे। जब उसने बचाने की कोशिश की तो उसे भी जान से मारने की धमकी दी गई।

फिलहाल, पुलिस ने हत्यारे बेटे को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ कर रही है। एक बाप का अपने ही बेटे के हाथों ऐसा खौफनाक अंत, पूरे इलाके में चर्चा और दहशत का विषय बना हुआ है