
Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना की राजनीति में इस वक़्त सबसे ज़्यादा चर्चा जुब्बा-हुज़ूराबाद (जेएच) उपचुनाव की हो रही है। इस चुनाव को लेकर कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति (BRS) के बीच ज़ुबानी जंग तेज़ हो गई है। BRS के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव (केटीआर) ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह उपचुनाव तय करेगा कि जनता को "बुलडोजर राज" चाहिए या फिर "कार का शासन" जो गरीबों का भला करती है।
केटीआर ने यह बात राजन्ना-सिरसिला ज़िले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी बार-बार तेलंगाना में 'बुलडोजर सरकार' लाने की धमकी दे रहे हैं, लेकिन उन्हें समझना चाहिए कि तेलंगाना के लोग ऐसी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। केटीआर ने रेवंत रेड्डी को याद दिलाया कि उनकी सरकार को बहुमत मिले सिर्फ़ नौ महीने हुए हैं, और उन्हें अपने काम पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, "कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों से पहले छह बड़ी गारंटियाँ और 420 वादे किए थे। लेकिन सत्ता में आने के बाद से, रेवंत रेड्डी सिर्फ़ बातें बना रहे हैं और BRS के नेताओं को निशाना बना रहे हैं।"
केटीआर ने यह भी कहा कि अगर रेवंत रेड्डी सरकार सच में ईमानदार है तो उन्हें तुरंत सभी किसानों का 2 लाख रुपये तक का कर्ज़ माफ़ कर देना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि BRS ने कभी भी किसानों के साथ धोखा नहीं किया, जबकि कांग्रेस सरकार किसानों की पीठ में छुरा घोंप रही है। उन्होंने कहा कि BRS इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी और 17 अक्टूबर को राज्य भर में विरोध प्रदर्शन करेगी, ताकि कांग्रेस सरकार पर दबाव बनाया जा सके।
केटीआर का कहना है कि जुब्बा-हुज़ूराबाद उपचुनाव सिर्फ़ एक सीट का चुनाव नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस के खोखले वादों के खिलाफ़ एक बड़ा जनमत होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि इस चुनाव में BRS को भारी जीत मिलेगी और यह कांग्रेस सरकार के लिए एक चेतावनी होगी