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यूपी के इटावा से रौंगटे खड़े करने वाली वारदात सामने आ रही है। घर में मां-बाप की डांट से खफा होकर युवती घर से भाग गई। वह इटावा स्टेशन पहुंची। उसे महोबा जाना था। इटावा स्टेशन पहुंचने के पश्चात युवती को कुछ समझ नहीं आ रहा था। वह डिब्बे में बैठी थी। इसी दौरान सफाई कर्मचारी पहुंचा। उसने पीड़िता को अकेला देखा तो जान-पहचान बढ़ाई। फिर विश्वास दिलाया और फिर उसे दबोच लिया। 

दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। 15 जनवरी की घटना के प्रकरण में 17 जनवरी को मुकदमा दर्ज कराया गया। आरोपी सफाईकर्मी को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। झांसी से भागी युवती के साथ इटावा स्टेशन की घटना को लेकर रेल विभाग ने सख्त रवैया अपनाया। मामले की सूचना मिलते ही आरोपी की जांच शुरू कर दी गई। पीड़िता के पास आरोपी का मोबाइल  नंबर होने से उसे ट्रेस करने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई।

क्या है पूरा माजरा

झांसी की निवासी हाईस्कूल की छात्रा को परिजनों की बात इतनी बुरी लगी कि वह घर से फरार हो गई। उसे अपने दादा के घर महोबा जाना था। भूले भटके वो इटावा वाली ट्रेन झांसी-इटावा इंटरसिटी में बैठ गई। इटावा स्टेशन पहुंची तो काफी रात हो चुकी थी। रात्रि के 10:30 बज रहे थे। ऐसे में युवती को कुछ समझ नहीं आया। अंजान जगह। जाए तो कहां? बोगी में ही बैठी रही। सभी पैसेंजर उतर गए। फिर डिब्बे की सफाई के लिए सरकारी कर्मचारी वहां पहुंचा। उसने अकेली युवती को देखा तो उससे पूछताछ शुरू की। फिर कर्मचारी राजकपूर ने युवती को अकेली और परेशान देखा।

आरोपी ने लड़की से सारी बात जानी। इसके बाद लड़की ने अपनी मां से बात कराने को कहा। आरोपी कर्मचारी ने उसे मां से बात करवाई। फिर खुद भी बात की। कहा कि सवेरे आकर नाबालिग को ले जाएं। यहां बच्ची सुरक्षित है। उसने मां को भरोसा दिलाया कि परेशानी की कोई बात नहीं है।

ट्रेन के डिब्बे को लॉक कर की दरिंदगी

कर्मचारी ने सबको विश्वास में लेने के बाद ट्रेन के डिब्बे को लॉक कर दिया। बच्ची के साथ बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया। 

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