
उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में एक पति-पत्नी की कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में है। वजह है पति का ऐसा कदम, जो आमतौर पर सुनने को नहीं मिलता – उसने खुद अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी से करवा दी। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती। सिर्फ चार दिन बाद ही वह उसे वापस लेने पहुंच गया।
शुरुआत – जब पति ने पत्नी की इच्छा को स्वीकार किया
धनघटा थाना क्षेत्र के कटार जोत गांव के रहने वाले बबलू ने 25 मार्च को अपनी पत्नी राधिका की शादी उसके प्रेमी विकास से करा दी। राधिका विकास के साथ रहना चाहती थी, इसलिए बबलू ने विरोध करने की जगह उसका साथ देने का फैसला किया।
चार दिन बाद बदली सोच
28 मार्च की रात बबलू अचानक विकास के घर पहुंचा और राधिका से वापस चलने की गुज़ारिश करने लगा। उसने कहा कि बच्चों की देखभाल अकेले मुमकिन नहीं हो रही है। परिवार टूटने की तकलीफ अब उससे सहन नहीं हो रही थी।
कहानी में आया भावनात्मक मोड़
बबलू की हालत देखकर विकास की मां का दिल पसीज गया। उन्होंने बेटे को समझाया कि एक बंटा हुआ परिवार सभी के लिए तकलीफदेह होता है। काफी बातचीत के बाद विकास भी तैयार हो गया और राधिका को बबलू के साथ लौट जाने की इजाजत दे दी।
पंचायत का फैसला और वापसी
गांव में पंचायत बैठी, ताकि सब कुछ साफ-साफ तय हो सके। पंचायत में तय किया गया कि बबलू फिर से राधिका और बच्चों की जिम्मेदारी संभालेगा। बबलू ने सबके सामने वादा किया कि वो अपनी पत्नी और परिवार की पूरी देखभाल करेगा।
सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय
इस पूरे मामले ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। जहां कुछ लोग इसे भावनात्मक समझदारी का उदाहरण बता रहे हैं, वहीं कई इसे रिश्तों की जटिलता का आईना मान रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग इस अनोखी कहानी को लेकर अपनी-अपनी राय दे रहे हैं।
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