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Up Kiran, Digital Desk: दिल के दौरे (Heart Attack) के इलाज में इस्तेमाल होने वाली एक आम और ज़रूरी दवा कुछ महिलाओं के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। एक नई स्टडी में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि 'बीटा-ब्लॉकर्स' (Beta-blockers) नाम की यह दवा कुछ खास तरह की हार्ट अटैक झेल चुकी महिलाओं में मौत के ख़तरे को बढ़ा सकती है।

'बीटा-ब्लॉकर्स' दिल की धड़कन को धीमा करने और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने का काम करती हैं, और इन्हें हार्ट अटैक के मरीज़ों के लिए जीवन रक्षक माना जाता है। लेकिन यह नई रिसर्च इस आम धारणा को चुनौती देती है।

किन महिलाओं पर है ज़्यादा ख़तरा?

यह स्टडी 'हार्ट' (Heart) नाम के मेडिकल जर्नल में छपी है। इसके अनुसार, यह ख़तरा उन महिलाओं में सबसे ज़्यादा देखा गया, जिन्हें नॉन-एसटी एलिवेशन मायोकार्डियल इन्फ्रैक्शन (NSTEMI) नाम का हार्ट अटैक आया था और जिनकी कोरोनरी धमनियों में कोई ख़ास रुकावट नहीं थी।

आपको बता दें कि NSTEMI एक प्रकार का दिल का दौरा है जिसमें हृदय की मांसपेशियों में रक्त का प्रवाह आंशिक रूप से बाधित होता है।

स्टडी में क्या पता चला

शोधकर्ताओं ने ऐसे हार्ट अटैक से गुज़र चुकीं हज़ारों मरीज़ों के डेटा का विश्लेषण किया। उन्होंने पाया कि:

जिन पुरुष मरीज़ों को बीटा-ब्लॉकर्स दी गई, उनमें मृत्यु दर कम हुई, यानी दवा ने उनके लिए अच्छा काम किया।

लेकिन, जिन महिला मरीज़ों को यह दवा दी गई, उनमें एक साल के भीतर मृत्यु का ख़तरा उन महिलाओं की तुलना में ज़्यादा पाया गया जिन्हें यह दवा नहीं दी गई थी।

शोधकर्ताओं ने साफ़ किया है कि यह एक ऑब्ज़र्वेशनल स्टडी है और वे अभी किसी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं। वे यह भी नहीं बता पाए कि ऐसा क्यों हो रहा है। उनका कहना है कि इस विषय पर और ज़्यादा गहराई से रिसर्च करने की ज़रूरत है ताकि यह समझा जा सके कि पुरुषों और महिलाओं के शरीर पर इस दवा का असर अलग-अलग क्यों होता है।

उन्होंने डॉक्टरों को सलाह दी है कि वे NSTEMI से पीड़ित महिला मरीज़ों को बीटा-ब्लॉकर्स देने से पहले सावधानी बरतें और मरीज़ की स्थिति का गहन विश्लेषण करें।

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