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world news: हाल ही में बांग्लादेश समेत आठ मुस्लिम मुल्कों ने इजरायल के खिलाफ एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में इजरायल के खिलाफ एकजुटता और सामूहिक रणनीतियों पर चर्चा होगी। हालांकि, इस बीच सऊदी अरब ने इस मीटिंग में भाग नहीं लिया, जिससे अन्य देशों को एक झटका लगा है।

सऊदी अरब का यह कदम इस बात का संकेत हो सकता है कि वह अपनी विदेश नीति में संतुलन बना रहा है और इजरायल के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। सऊदी अरब ने हाल के वर्षों में इजरायल के साथ संबंधों को सामान्य करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।

इस बैठक में शामिल देशों ने इजरायल के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया, मगर सऊदी अरब की अनुपस्थिति ने इस प्रयास को कमजोर किया है। यह स्थिति मध्य पूर्व में राजनीतिक समीकरणों को और कठिन बना सकती है।

आपको बता दें कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, तुर्की और इंडोनेशिया जैसे 8 मुस्लिम मुल्कों के संगठन की 19 सितंबर को बैठक होनी है। ये मिस्र में होनी है और इसमें इजरायल के विरुद्ध योजनाएं पेश किए जाने की तैयारी है। सऊदी अरब ने इस मीटिंग शिरकत ना करने का फैसला लिया। जिससे कटरपंथी गद्दारी वाला काम बता रहा है।

 

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