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Up Kiran, Digital Desk: गोवा, जो अपने खूबसूरत समुद्र तटों और नाइटलाइफ के लिए जाना जाता है, अब ग्रामीण पर्यटन की ओर भी ध्यान दे रहा है। नई होमस्टे नीति का उद्देश्य पर्यटकों को गोवा की वास्तविक संस्कृति, परंपराओं और ग्रामीण जीवन का अनुभव कराना है। यह पारंपरिक आवासों को आधुनिक सुविधाओं के साथ अपग्रेड करने में भी मदद करेगा।

नई नीति की मुख्य बातें और 2 लाख रुपये का अनुदान: गोवा के पर्यटन मंत्री ने घोषणा की है कि नई होमस्टे नीति ग्रामीण क्षेत्रों में होमस्टे को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इस नीति के तहत, जो लोग अपने घरों को होमस्टे के रूप में विकसित करना चाहते हैं या मौजूदा होमस्टे को अपग्रेड करना चाहते हैं, उन्हें सरकार की ओर से 2 लाख रुपये का सीधा अनुदान मिलेगा। यह राशि उन्हें बुनियादी ढांचे में सुधार, कमरों को सजाने, बाथरूम सुविधाओं को बेहतर बनाने और अन्य आवश्यक उन्नयन के लिए मदद करेगी।

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: यह नीति सीधे तौर पर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी। होमस्टे से स्थानीय लोगों को आय का एक अतिरिक्त स्रोत मिलेगा। इसके अलावा, पर्यटकों के ग्रामीण क्षेत्रों में आने से स्थानीय हस्तशिल्प, स्थानीय भोजन और अन्य सेवाओं को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे ग्रामीण समुदायों को आर्थिक रूप से लाभ होगा। यह रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा, जैसे कि गाइड, स्थानीय कारीगर और खाद्य आपूर्तिकर्ता।

पर्यटन का विकेंद्रीकरण: वर्तमान में, गोवा का अधिकांश पर्यटन तटीय क्षेत्रों तक सीमित है। होमस्टे नीति के माध्यम से सरकार पर्यटन को राज्य के आंतरिक और ग्रामीण हिस्सों तक पहुंचाना चाहती है। इससे न केवल तटीय क्षेत्रों पर दबाव कम होगा, बल्कि पर्यटकों को गोवा के प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक विरासत और ग्रामीण जीवन का एक नया आयाम भी देखने को मिलेगा।

यह पहल गोवा की सतत पर्यटन विकास रणनीति का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य पर्यटन को अधिक समावेशी और स्थानीय समुदायों के लिए लाभकारी बनाना है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह नई नीति गोवा की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और पर्यटन परिदृश्य को कितना बदलती है।

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