
Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका की यात्रा करने वाले या वहां काम करने वाले भारतीयों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। वर्षों से अमेरिकी वीज़ा नवीनीकरण (renewal) के लिए 'ड्रॉपबॉक्स' सुविधा, जिसे आधिकारिक तौर पर 'इंटरव्यू वेवर प्रोग्राम' (Interview Waiver Programme) कहा जाता है, जल्द ही अधिकांश आवेदकों के लिए समाप्त होने वाली है। 11 अगस्त 2025 से प्रभावी हो रहे इस बदलाव का मतलब है कि अब अधिकतर वीज़ा आवेदकों को व्यक्तिगत रूप से अमेरिकी दूतावास या वाणिज्य दूतावास में इंटरव्यू देना होगा। यह उन लाखों लोगों के लिए एक बड़ी खबर है जो अब तक इस आसान और सुविधाजनक प्रक्रिया का लाभ उठा रहे थे, खासकर जिनके पास पहले से एक साफ वीज़ा इतिहास था।
अमेरिकी वीज़ा 'ड्रॉपबॉक्स' रिन्यूअल योजना क्या थी?
अमेरिकी वीज़ा 'ड्रॉपबॉक्स' प्रक्रिया, जिसे 'इंटरव्यू वेवर प्रोग्राम' के नाम से जाना जाता है, एक ऐसी व्यवस्था थी जिसके तहत कुछ विशेष योग्यताओं को पूरा करने वाले वीज़ा आवेदकों को अमेरिकी वाणिज्य दूतावास में व्यक्तिगत इंटरव्यू देने से छूट मिलती थी। यदि आप योग्य होते थे, तो आपको केवल अपना पासपोर्ट, वीज़ा आवेदन पत्र और अन्य आवश्यक सहायक दस्तावेज़ एक निर्दिष्ट संग्रह केंद्र (जिसे अक्सर 'ड्रॉपबॉक्स स्थान' कहा जाता है) में जमा करने होते थे। इसके बाद, एक कांसुलर अधिकारी मामले की समीक्षा करता था और इंटरव्यू के बिना वीज़ा जारी करने का निर्णय लेता था। यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत थी जो वीज़ा नवीनीकरण के लिए समय और संसाधनों को बचाना चाहते थे।
अमेरिका ड्रॉपबॉक्स वीज़ा योजना क्यों समाप्त कर रहा है
इस बदलाव की घोषणा पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के "वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट" (One Big Beautiful Bill Act) के हिस्से के रूप में की गई थी, जिस पर 4 जुलाई को हस्ताक्षर किए गए थे। अधिकारियों के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य सुरक्षा को बढ़ाना और स्क्रीनिंग प्रक्रियाओं को कड़ा करना है। हालांकि, आव्रजन अधिवक्ताओं का मानना है कि इससे अराजकता, देरी और यात्रा व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं, खासकर भारत जैसे देशों में, जहाँ से हर साल बड़ी संख्या में H-1B वीज़ा धारक और छात्र अमेरिका जाते हैं।
प्रमुख बदलाव और उनका प्रभाव:अधिकांश वीज़ा श्रेणियों के लिए इंटरव्यू अनिवार्य: H-1B, L-1, F-1, O-1 और अन्य कई गैर-आप्रवासी वीज़ा श्रेणियों के नवीनीकरण के लिए अब व्यक्तिगत इंटरव्यू आवश्यक होगा।
आयु-आधारित छूट समाप्त: 14 साल से कम उम्र के बच्चों और 79 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को अब इंटरव्यू से छूट नहीं मिलेगी।टनीतिक या आधिकारिक वीज़ा (जैसे A, G, NATO, TECRO) के लिए इंटरव्यू वेवर उपलब्ध रहेंगे। साथ ही, कुछ B-1/B-2 पर्यटक वीज़ा के नवीनीकरण के लिए भी कड़े नियमों के तहत छूट मिल सकती है, बशर्ते आवेदक अपने गृह देश से आवेदन करे, आवेदन के समय 18 वर्ष से अधिक हो, और उसका कोई वीज़ा रिफ्यूजल या अयोग्यता इतिहास न हो।
प्रशासनिक अड़चनें और लंबी प्रतीक्षा सूची: इस बदलाव से अमेरिकी दूतावासों में इंटरव्यू की तारीखों के लिए मांग में भारी वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे प्रतीक्षा समय महीनों तक बढ़ सकता है।
भारतीय आवेदकों पर विशेष प्रभाव: भारत अमेरिका के ड्रॉपबॉक्स सुविधा के सबसे बड़े उपयोगकर्ताओं में से एक है और पहले से ही दुनिया में सबसे लंबी वीज़ा प्रतीक्षा समय का सामना कर रहा है। इस बदलाव से H-1B कर्मचारियों पर निर्भर कंपनियों की परियोजनाओं में व्यवधान आ सकता है और छात्रों के शैक्षणिक कार्यक्रम भी देरी का शिकार हो सकते हैं।
क्या करें यात्री:यह बदलाव 2 सितंबर, 2025 से प्रभावी हो रहा है, लेकिन पहले से ही कुछ अगस्त और सितंबर के ड्रॉपबॉक्स स्लॉट रद्द किए जा रहे हैं और आवेदकों को व्यक्तिगत इंटरव्यू के लिए निर्देशित किया जा रहा है।ऐसे में, योजना बना रहे यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना को सावधानी से बनाएं, वीज़ा आवेदन प्रक्रिया के लिए पर्याप्त समय दें, और दूतावास की वेबसाइट पर नवीनतम अपडेट की जांच करते रहें।
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