Up Kiran, Digital Desk: जब Gen Z के फैशन की बात आती है, तो तुरंत 'फास्ट फैशन', इंस्टाग्राम पर अप्रूव्ड आउटफिट्स, और उसी दिन या कुछ घंटों में डिलीवरी का ख्याल आता है. लेकिन आश्चर्यजनक रूप से, अब एक धीमी क्रांति धीरे-धीरे वार्डरोब में अपनी जगह बना रही है - और वह है भारतीय हाथकरघा आंदोलन.
यह हाथकरघा क्रांति अपने साथ इतिहास, समुदाय और पहचान का महत्व समेटे हुए है. एक समय था जब हाथ से बुने कपड़े दादी-नानी के संदूक और संग्रहालयों के कोनों में ही सिमट कर रह गए थे, लेकिन अब यह वापस सुर्खियों में आ रहा है, और इसका श्रेय Gen Z को जाता है.
यह दिलचस्प है कि Gen Z, जिस पीढ़ी पर अक्सर सबसे ज्यादा विचलित और डिजिटल होने का आरोप लगाया जाता है, वही इस प्राचीन शिल्प को नया जीवन दे रही है.
इंस्टाग्राम पर स्क्रॉल करें या किसी अर्बन फ़्ली मार्केट में जाएं, तो आपको युवा क्रिएटर्स गर्व से इकत क्रॉप टॉप्स, स्नीकर्स के साथ चंदेरी साड़ी, और चांदी के मोटे गहनों के साथ खादी को-ऑर्ड सेट पहने हुए नज़र आएंगे.
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