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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन भी तेजी का माहौल बना रहा, जिससे निवेशकों के चेहरे पर चमक लौट आई है। सेंसेक्स और निफ्टी, दोनों ही हरे निशान में बंद हुए, जो बाजार के लिए एक अच्छा संकेत है।

ऐसा लग रहा है कि बाजार में बिकवाली का दौर थम गया है और खरीदार एक बार फिर से एक्टिव हो गए हैं।

क्या है इस तेजी के पीछे का राज?

इस लगातार तीन दिन की बढ़त के पीछे सबसे बड़ा कारण है "वैल्यू बाइंग"।

क्या होती है वैल्यू बाइंग? इसे आसान भाषा में ऐसे समझिए - जब बाजार में गिरावट के कारण अच्छी और बड़ी कंपनियों के शेयर अपनी असली कीमत से सस्ते दाम पर मिलने लगते हैं, तो समझदार और बड़े निवेशक इन मौकों का फायदा उठाकर जमकर खरीदारी करते हैं। उन्हें पता होता है कि ये शेयर आज नहीं तो कल वापस ऊपर जाएंगे। इसी stratégie को 'वैल्यू बाइंग' कहते हैं।

यही इस बार भी हुआ है। पिछले कुछ दिनों की गिरावट के बाद, निवेशकों को दिग्गज यानी हैवीवेट शेयरों (जैसे रिलायंस, HDFC, TCS) में खरीदारी का अच्छा मौका दिखा, और उन्होंने जमकर पैसा लगाया। जब ये बड़े शेयर भागते हैं, तो वे पूरे बाजार को अपने साथ ऊपर खींच लेते हैं।

निवेशकों के लिए इसका क्या मतलब है?

बाजार का मूड सकारात्मक दिख रहा है। लगातार तीन दिनों की यह खरीदारी दिखाती है कि निवेशकों का भरोसा बाजार पर लौट रहा है। हालांकि, बाजार में हमेशा कुछ न कुछ उतार-चढ़ाव बना रहता है, लेकिन फिलहाल संकेत अच्छे नजर आ रहे हैं।

यह तेजी उन निवेशकों के लिए राहत की खबर है जो हालिया गिरावट से चिंतित थे। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या बाजार इस लय को आगे भी बरकरार रख पाएगा।