Up Kiran, Digital Desk: हमारे समाज में आज भी यह माना जाता है कि माँ बनने की एक "सही उम्र" होती है, और जैसे ही कोई महिला 30 का आँकड़ा पार करती है, उसे चारों तरफ से सलाहें और डरावनी बातें सुनने को मिलने लगती हैं। "अब तो बहुत मुश्किल होगा," "बच्चा स्वस्थ होगा या नहीं," "तुम्हारी सेहत पर असर पड़ेगा"... ये कुछ ऐसी बातें हैं जो हर उस महिला को सुननी पड़ती हैं जो अपने करियर या किसी और वजह से देर से माँ बनने का फैसला करती है।
1. मिथक: 35 के बाद माँ बनना लगभग नामुमकिन है।
सच: यह सच है कि 30 के बाद फर्टिलिटी थोड़ी कम होने लगती है, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप माँ नहीं बन सकतीं। आज की तारीख में लाखों महिलाएं 30 और 40 की उम्र में स्वस्थ बच्चों को जन्म दे रही हैं। हाँ, हो सकता है कि आपको कंसीव करने में थोड़ा ज़्यादा समय लगे, लेकिन यह नामुमकिन बिल्कुल भी नहीं है।
2. मिथक: इस उम्र में होने वाली प्रेग्नेंसी हमेशा 'हाई-रिस्क' होती है।
सच: यह बात पूरी तरह से सही नहीं है। "हाई-रिस्क" शब्द सुनकर ही मन में डर बैठ जाता है, लेकिन इसका मतलब सिर्फ इतना है कि डॉक्टर आपकी और आपके बच्चे की सेहत पर थोड़ी ज़्यादा नज़र रखते हैं। अगर आप अपनी सेहत का ध्यान रखती हैं, सही डाइट लेती हैं, और नियमित रूप से डॉक्टर के संपर्क में रहती हैं, तो आपका प्रेग्नेंसी का सफर भी उतना ही सामान्य और सुरक्षित हो सकता है, जितना 20 की उम्र में होता है।
3. मिथक: बच्चे में जन्म से जुड़ी कोई समस्या होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है।
सच: यह एक बहुत बड़ी चिंता है जो महिलाओं को परेशान करती है। यह सही है कि उम्र बढ़ने के साथ कुछ जेनेटिक समस्याओं का खतरा मामूली रूप से बढ़ता है, लेकिन आज हमारे पास एडवांस मेडिकल टेस्ट और स्क्रीनिंग मौजूद हैं, जिनसे समय रहते किसी भी समस्या का पता लगाया जा सकता है। ज़रूरत से ज़्यादा चिंता करने की बजाय अपने डॉक्टर से बात करें और सही जानकारी लें।
4. मिथक: इस उम्र में नॉर्मल डिलीवरी तो हो ही नहीं सकती, ऑपरेशन (C-Section) ही होगा।
सच: यह सबसे आम झूठ में से एक है। आपकी डिलीवरी नॉर्मल होगी या ऑपरेशन से, यह आपकी उम्र पर नहीं, बल्कि प्रेग्नेंसी के दौरान आपकी और बच्चे की स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है। कई महिलाएं 30 और 40 की उम्र में भी बिना किसी परेशानी के नॉर्मल डिलीवरी करती हैं।
5. मिथक: आप इतनी ऊर्जावान महसूस नहीं करेंगी और प्रेग्नेंसी का आनंद नहीं ले पाएंगी।
सच: हर प्रेग्नेंसी अलग होती है, चाहे वह 25 की उम्र में हो या 35 की। थकान और मॉर्निंग सिकनेस किसी भी उम्र में हो सकती है। बल्कि, 30 के बाद महिलाएं अक्सर आर्थिक और मानसिक रूप से ज़्यादा स्थिर ہوتی हैं, जिससे वे प्रेग्नेंसी के उतार-चढ़ाव को ज़्यादा समझदारी और शांति से संभाल पाती हैं।
अगली बार जब कोई आपको देर से माँ बनने पर डराने की कोशिश करे, तो उनकी बातों पर ध्यान देने की बजाय अपनी सेहत और खुशी पर ध्यान दें। एक स्वस्थ जीवनशैली और सही मेडिकल सलाह के साथ, आप किसी भी उम्र में माँ बनने के इस खूबसूरत सफर का आनंद ले सकती हैं।
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