
Up Kiran, Digital Desk: पिछले कुछ समय से, सोशल मीडिया और कुछ हलकों में यह दावा किया जा रहा था कि कोविड-19 वैक्सीन और अचानक दिल के दौरे या मृत्यु के बीच कोई संबंध हो सकता है। इस बात को लेकर कई लोगों में चिंता और भ्रम की स्थिति बनी हुई थी। लेकिन अब वैज्ञानिक शोधकर्ताओं ने इन दावों को खारिज कर दिया है।
शोधकर्ताओं ने क्या पाया?
विश्व भर में किए गए व्यापक शोध और विश्लेषण के बाद, वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि कोविड वैक्सीन और अचानक कार्डियक डेथ (हृदय गति रुकने से मृत्यु) के बीच कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि अचानक दिल के दौरे या मृत्यु के पीछे आमतौर पर पहले से मौजूद स्वास्थ्य स्थितियाँ, जीवनशैली से जुड़े कारक, या अन्य अज्ञात कारण होते हैं।
भ्रम क्यों फैला?
यह स्पष्टीकरण ऐसे समय में आया है जब सोशल मीडिया पर कोविड वैक्सीन को लेकर कई तरह के भ्रम और गलत सूचनाएं फैल रही थीं। कुछ लोगों ने वैक्सीन लगवाने के बाद हुई किसी भी अप्रिय घटना को सीधे वैक्सीन से जोड़ दिया था, जबकि वैज्ञानिक प्रमाण इसकी पुष्टि नहीं करते।
वैक्सीन का उद्देश्य और सुरक्षा:
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बार-बार बताया है कि कोविड वैक्सीन का मुख्य उद्देश्य गंभीर बीमारी, अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु से बचाव करना है। बड़े पैमाने पर हुए क्लिनिकल ट्रायल और वास्तविक दुनिया के डेटा ने इसकी सुरक्षा और प्रभावशीलता को बार-बार साबित किया है।
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