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Up Kiran, Digital News:  आप कभी मऊ जिले के इंदिरा नगर इलाके से गुज़रे हैं। अगर हाँ, तो यकीनन रेलवे क्रॉसिंग संख्या-4 स्पेशल पर जाम की समस्या से दो-चार हुए होंगे। घंटों इंतज़ार, ट्रेनों की लंबी कतारें और थमी हुई ज़िंदगी—ये इस इलाके की रोज़मर्रा की कहानी बन चुकी थी। लेकिन अब, इस पुरानी समस्या पर समाधान की नई इबारत लिखी जा रही है।

इंदिरा जंक्शन के दक्षिणी छोर पर 64.65 करोड़ रुपए की लागत से बनने जा रहे रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण की प्रक्रिया आखिरकार शुरू हो चुकी है। स्थानीय लोगों के लिए ये खबर किसी त्योहार से कम नहीं है।

वर्षों पुरानी मांग को मिली मंज़ूरी

इस ओवरब्रिज की मंजूरी 11 फरवरी 2022 को ही दी जा चुकी थी, जब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की पहल पर केंद्र सरकार ने हरी झंडी दिखाई। वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास भी हो चुका है, मगर असली सवाल था—काम कब शुरू होगा?

अब जब पूर्वोत्तर रेलवे (गोरखपुर मंडल) ने टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली है, और निर्माण एजेंसी का चयन हो चुका है, तो उम्मीदें हकीकत का रूप लेने लगी हैं। रेलवे अधिकारियों ने संकेत दिया है कि जून माह में निर्माण कार्य हर हाल में शुरू कर दिया जाएगा।

क्या बदलेगा ओवरब्रिज बनने से

इस रेलवे क्रॉसिंग पर रोज़ाना हजारों वाहन और पैदल यात्री आते-जाते हैं। ट्रेनों की आमद-रवानगी के चलते यहां अकसर लंबा जाम लगता है। स्कूली बच्चे, एम्बुलेंस, ऑफिस जाने वाले कर्मचारी—सभी को समय और धैर्य की भारी कीमत चुकानी पड़ती है।

जनता में दिखी खुशी की लहर

इंदिरा नगर, मधुबन और मऊ के स्थानीय निवासियों में इस खबर को लेकर उत्साह और संतोष की भावना है। कई सालों की परेशानी और प्रतीक्षा अब खत्म होती दिख रही है। लोग इसे क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक बड़ा कदम मान रहे हैं।

एक स्थानीय दुकानदार ने बताया, "जाम के कारण कई बार ग्राहक नहीं पहुंच पाते थे। अब लगता है कि राहत मिलने वाली है।" वहीं एक रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी ने कहा, "इतने सालों में पहली बार लगा कि समस्या को लेकर गंभीरता से काम हो रहा है।"

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