Up Kiran, Digital Desk: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की बात सामने आई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की जांच में कहा गया है कि पहलगाम हमले में 3 नहीं, बल्कि 4 आतंकी सीधे तौर पर शामिल थे। जांच में चौथे आतंकी की भूमिका भी सामने आई है, वह आतंकी फारूक अहमद तड़वा है।
बीबीसी उर्दू ने जांच रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि हमले के दिन फारूक पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से पूरी घटना पर नजर रख रहा था। पहलगाम में आतंकियों द्वारा हमला किए जाने तक फारूक पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सक्रिय था। तड़वा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बैठकर पहलगाम हमले में हो रहे खून-खराबे को देख रहा था।
तीन आतंकियों के स्केच जारी
पहलगाम हमले के बाद तीन आतंकियों के स्केच जारी किए गए। इनमें आदिल हुसैन टोकर (अनंतनाग), हाशिम मूसा और अली भाई के नाम शामिल थे। पहलगाम हमले में हाशिम मूसा मुख्य हमलावर था। मूसा भी पाकिस्तानी सेना में सिपाही था।
बसरन घाट पर गोलीबारी से पहले मूसा और उसके साथियों ने एक जगह पर पनाह ली थी। जांच एजेंसी ने उन्हें पनाह देने वाले दो स्थानीय लोगों को भी गिरफ्तार किया है। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया है।
लश्कर-ए-तैयबा ने रची थी साजिश, मुख्यालय ध्वस्त
पहलगाम हमले की साजिश लश्कर-ए-तैयबा ने रची थी। आरोप है कि हाफिज सईद, पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसियों ने मिलकर हमले की साजिश रची थी। पहलगाम हमले में 26 निर्दोष भारतीय नागरिक मारे गए थे।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरीदके में था, जिस पर भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत मिसाइल हमला किया था। पहलगाम हमले के बाद से लश्कर प्रमुख हाफिज सईद और जैश प्रमुख मसूद अजहर छिपे हुए हैं।
कौन है फारूक अहमद तड़वा
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी फारूक का घर जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में है। फारूक कुपवाड़ा छोड़कर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चला गया था। उसके परिवार का कहना है कि वह 1990 में घर छोड़कर चला गया था। तड़वा फिलहाल सेना का कमांडर है। तड़वा पहले भी घाटी में कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है।

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