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Up Kiran, Digital Desk: हर साल सितंबर महीने के पहले बुधवार को दुनिया भर में 'ग्लोबल टैलेंट एक्विजिशन डे' मनाया जाता है. यह दिन उन रिक्रूटर्स, टैलेंट एक्विजिशन (TA) स्पेशलिस्ट्स और ह्यूमन रिसोर्स (HR) प्रोफेशनल्स को समर्पित है, जो किसी भी कंपनी के भविष्य को आकार देने में सबसे अहम भूमिका निभाते हैं. ये वो लोग हैं, जो पर्दे के पीछे रहकर सही टैलेंट को खोजते हैं और उन्हें कंपनी तक लाते हैं.

इस दुनिया में कोई बिजनेस कॉम्पिटिशन में कैसे टिका रहेगा. दुनियाभर से बेहतरीन टैलेंट की पहचान करने से लेकर कंपनी में विविधता और समानता सुनिश्चित करने तक, टैलेंट एक्विजिशन प्रोफेशनल्स अब किसी भी संस्थान के कल्चर और क्षमता के मुख्य निर्माता बन गए हैं.

जिस तरह से रिमोट वर्क और ग्लोबल मोबिलिटी का चलन बढ़ा है, इन प्रोफेशनल्स की चुनौतियां भी जटिल हो गई हैं. उन्हें तेजी और सटीकता के बीच संतुलन बनाना होता है, डेटा का इस्तेमाल करते हुए भी मानवीय पहलू को जिंदा रखना होता है और उन भूमिकाओं के लिए टैलेंट खोजना होता है, जो कुछ साल पहले तक में ही नहीं थीं. उनका काम सीधे तौर पर कर्मचारी के जुड़ाव, कंपनी में टिके रहने की दर और बिजनेस की ग्रोथ पर असर डालता है.

यह दिन इस बात पर भी जोर देता है कि कैसे टेक्नोलॉजी इस फील्ड को बदल रही है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डिजिटल प्लेटफॉर्म ने बेशक उम्मीदवार को खोजने और चुनने की प्रक्रिया को आसान बना दिया है, लेकिन इंसान का फैसला आज भी सबसे ऊपर है. रिक्रूटर सिर्फ किसी की स्किल को नौकरी से नहीं मिलाते, बल्कि वे सही इंसान को सही मकसद, कल्चर और अवसर से जोड़ते हैं.

रिक्रूटर ही वह पहला व्यक्ति होता है, जिससे वह कंपनी के बारे में अपनी राय बनाता है. वहीं, मालिकों के लिए वे एक सलाहकार की तरह होते हैं, जो हायरिंग की स्ट्रैटेजी को बिजनेस के लक्ष्यों के साथ जोड़ते हैं. सही समय पर सही व्यक्ति को सही अवसर से जोड़कर, ये प्रोफेशनल्स हर कंपनी की सफलता की नींव रखते हैं.