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Up Kiran, Digital Desk: कॉर्पोरेट जगत में उधार लेना सामान्य बात है। इससे कारोबार बढ़ाने नए अवसर तलाशने या मौजूदा चुनौतियों से निपटने में मदद मिलती है। लेकिन जब कर्ज प्रबंधन विफल हो जाता है तो इससे न केवल कंपनी प्रभावित होती है बल्कि निवेशक उपभोक्ता और पूरी अर्थव्यवस्था पर दबाव पड़ता है। परिणामस्वरूप बाजार अस्थिर हो सकता है रोजगार घट सकते हैं और विकास रुक सकता है।

दुनिया भर में कर्ज का बोझ और आर्थिक जोखिम

वैश्विक स्तर पर कई फर्मों पर भारी उधार जमा है जो अंतरराष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता को खतरे में डाल सकता है। आइए उन दस प्रमुख इकाइयों पर नजर डालें जहां उधार की मात्रा सबसे ऊंची पहुंच चुकी है। इससे समझ आता है कि कैसे कॉर्पोरेट कर्ज बड़े पैमाने पर अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित करता है।

देशों के आधार पर कर्ज वितरण

इन शीर्ष दस में से पांच चीन से जुड़ी हैं जबकि कनाडा और फ्रांस से एक-एक शामिल है। बाकी तीन अमेरिकी हैं। सबसे ऊपर अमेरिका की फैनी मे खड़ी है जिसका उधार वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।

शीर्ष दस कंपनियों की सूची

दुनिया की शीर्ष दस कंपनियों की सूची में सबसे ऊपर फैनी मे है, जो 4.210 ट्रिलियन डॉलर के उधार राशि के साथ अमेरिका में स्थित है। इसके बाद दूसरे स्थान पर फ्रेडी मैक है, जिसकी उधार राशि 3.349 ट्रिलियन डॉलर है, और यह भी अमेरिका की कंपनी है। तीसरे स्थान पर जेपी मॉर्गन चेस है, जिसकी उधार राशि 496.55 बिलियन डॉलर है और यह अमेरिका में स्थित है।

चौथे स्थान पर एग्रीकल्चरल बैंक ऑफ चाइना है, जिसका उधार राशि 494.86 बिलियन डॉलर है और यह चीन में स्थित है। इसके बाद चाइना कंस्ट्रक्शन बैंक (479.33 बिलियन डॉलर), बीएनपी परिबास (473.67 बिलियन डॉलर) फ्रांस में, और आईसीबीसी (445.05 बिलियन डॉलर) चीन में स्थित हैं। आठवें स्थान पर बैंक ऑफ चाइना है, जिसकी उधार राशि 400.70 बिलियन डॉलर है, और यह भी चीन की कंपनी है। इसके बाद सीआईटीआईसी लिमिटेड (386.79 बिलियन डॉलर) और रॉयल बैंक ऑफ कनाडा (377.70 बिलियन डॉलर) हैं, जो क्रमशः चीन और कनाडा में स्थित हैं।