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Up Kiran, Digital Desk: त्रिकोणीय टी20 सीरीज का रंग अब चढ़ने लगा है. अफगानिस्तान, जिस पर पहले मैच में हार के बाद आलोचनाओं की बौछार हुई थी, उसने मंगलवार रात शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में पाकिस्तान को 18 रन से हराकर सबको जवाब दे दिया. यह जीत सिर्फ स्कोरबोर्ड की नहीं थी, बल्कि इरादों और जज़्बे की भी थी.

मैच की शुरुआत में जब अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी तो किसी ने नहीं सोचा था कि उनके बल्लेबाज इस अंदाज़ में खेलेंगे. सेदिकुल्लाह अटल (64) और इब्राहिम जादरान (65) की दमदार पारियों ने टीम को मज़बूत आधार दिया. दोनों ने मिलकर 113 रनों की साझेदारी की, जिसने पाकिस्तान के गेंदबाजों को बैकफुट पर डाल दिया. हालांकि मध्यक्रम पूरी तरह लड़खड़ा गया, जिसके कारण स्कोर 169 पर ही रुक गया. सच कहें तो अफगानिस्तान कम से कम 190 तक पहुंच सकता था.

लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की हालत शुरुआत से ही खराब रही. आठ रन के स्कोर पर सैम अयूब शून्य पर लौट गए और उसके बाद मानो विकेट गिरने की झड़ी लग गई. किसी भी बल्लेबाज ने सेट होकर बड़ी पारी नहीं खेली. फखर जमां (25), साहिबजादा फरहान (18) और कप्तान सलमान अली आगा (20) उम्मीदें जगाकर जल्दी लौट गए.

पाकिस्तान का स्कोर लगातार दबाव में रहा और रन रेट ऊपर जाता गया. आख़िर में हारिस रऊफ (नाबाद 36, 16 गेंद) ने कुछ ताबड़तोड़ शॉट्स लगाए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. पूरी टीम 20 ओवर में 9 विकेट पर 151 रन ही बना पाई.

ये तीन खिलाड़ी बने जीत के हीरो

अफगानिस्तान की जीत के असली हीरो उनके गेंदबाज रहे. मोहम्मद नबी (2/20), राशिद खान (2/30), नूर अहमद (2/20) और फजलहक फारूखी (2/21) ने पाकिस्तान के हर बल्लेबाज को परेशान किया. गेंदबाजी का यह सामूहिक प्रयास साबित करता है कि अफगान टीम अब सिर्फ उभरती ताकत नहीं, बल्कि स्थापित क्रिकेट शक्ति बन चुकी है.

 

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