Up Kiran, Digital Desk: अमेरिकी वायुसेना के जांबाज ‘तूफान के शिकारियों’ (Hurricane Hunters) ने अपनी जान जोखिम में डालकर रिकॉर्ड-तोड़ समुद्री तूफान 'मेलिसा' के बिल्कुल बीचोबीच उड़ान भरी है.इस खतरनाक मिशन के दौरान उन्होंने कुदरत का एक ऐसा अद्भुत नजारा कैमरे में कैद किया है, जिसे ‘स्टेडियम इफेक्ट’ कहा जाता है.
कैटेगरी 5 का यह तूफान 2025 का अब तक का सबसे शक्तिशाली तूफान है इसकी ताकत और दिशा का सटीक पता लगाने के लिए अमेरिकी एयरफोर्स की एक खास यूनिट, जिसे ‘हरिकेन हंटर्स’ के नाम से जाना जाता है, इसके अंदर घुस गई. ये कोई आम उड़ान नहीं थी, बल्कि एक ऐसा मिशन था जिसका मकसद तूफान के केंद्र से सीधा डेटा इकट्ठा करना था ताकि मौसम की भविष्यवाणी और बचाव के उपायों में मदद मिल सके.
क्या है यह ‘स्टेडियम इफेक्ट: जब प्लेन तूफान के केंद्र, यानी 'आई' (eye of the storm) में पहुंचा, तो वहां चारों तरफ मौत का सन्नाटा पसरा हुआ था, जबकि आसपास तूफानी हवाएं कहर बरपा रही थीं.ठीक इसी शांत जगह पर बादलों की ऊंची दीवारें इस तरह से ऊपर की ओर मुड़ी हुई थीं, मानो जैसे किसी विशाल स्पोर्ट्स स्टेडियम की दर्शक दीर्घा हों. इसी अनोखे और दुर्लभ नजारे को वैज्ञानिक 'स्टेडियम इफेक्ट' कहते हैं. पायलट ने जो वीडियो शेयर किए हैं, उनमें साफ दिख रहा है कि कैसे सुबह के सूरज की रोशनी बादलों की दीवार के ऊपर से छनकर आ रही है और एक हैरान करने वाला दृश्य बना रही है.
यह मिशन उस वक्त किया गया जब तूफान 'मेलिसा' जमैका की तरफ बढ़ रहा था, और इसे 1851 के बाद से द्वीप पर आने वाला सबसे विनाशकारी तूफान माना जा रहा था. इन ‘तूफान के शिकारियों’ द्वारा इकट्ठा किया गया डेटा हजारों-लाखों लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाएगा.
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