img

यूपी किरण डेस्क। उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जनपद सोनभद्र निवेशकों की पहली पसंद बन चूका है। नक्सल गतिविधियों के लिए जाने वाले इस जिले ने निजी निवेश के मामले में गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर को भी पीछे छोड़ दिया है। मीरजापुर मंडल के अंतर्गत आने वाले सोनभद्र में 81 हजार करोड़ से अधिक का निवेश स्ववीकृत हुआ है। चार प्रदेशों के बीच स्थित सोनभद्र जिले के लिए ये बड़ी उपलब्धि है। हालांकि खनिजों से समृद्ध इस जिले में पहले से ही कई बड़े उदयोग स्थापित हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में तो सोनभद्र पहले से ही देश और प्रदेश का नाम रोशन कर रहा है।

उत्तर प्रदेश को उद्योग प्रदेश बनाने का संकल्प अब आगे बढ़ता दिख रहा है। प्रदेश के मीरजापुर मंडल का सोनभद्र जनपद निवेशकों की पहली पसंद बन चुका है। जानकारी के मुताबिक़ सोनभद्र में 81 हजार करोड़ से भी ज्यादा का निवेश हो रहा है। निजी निवेश के मामले में सोनभद्र उत्तर प्रदेश में स्वर्ण क्षेत्र बनकर उभरा है। आदिवासी और जनजातीय बहुल ये जनपद अब बड़े उद्योग समूहों की पसंद बन चूका है। बताते चलें कि कुछ वर्ष पहले तक सोनभद्र नक्सल गतिविधियों के लिए जाना जाता था। सोनभद्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान के बाद तेजी से माहौल बदला है।

सोनभद्र में निवेश करने वाले टॉप पांच परियोजना थर्मल पावॅर और पम्प्ड स्टोरेज प्लांट के हैं। यह भी गौरतलब यही कि सोनभद्र में टॉप पांच निवेशक कंपनियों का 13 हजार करोड़ से अधिक का निवेश प्रस्तावित है। उल्लेखनीय है कि गत 19 फरवरी को प्रदेश की योगी सरकार ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया था। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में एक ही दिन में प्रदेश में 10 लाख 24 हजार करोड़ के निवेश को मंजूरी मिली। यह अपने आप में एक कीर्तिमान है। 
 

--Advertisement--