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Up Kiran, Digital Desk: अडानी ग्रुप और उसके निवेशकों के लिए आज का दिन किसी बड़ी राहत से कम नहीं है। बाजार नियामक SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट में लगाए गए ज्यादातर गंभीर आरोपों पर अडानी ग्रुप को लगभग क्लीन चिट दे दी है। जैसे ही यह खबर सामने आई, शेयर बाजार में मानो भूचाल आ गया और अडानी ग्रुप के सभी शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली।

पिछले साल आई अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप पर शेयरों में हेरफेर और अकाउंटिंग धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयर बुरी तरह टूट गए थे और निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये डूब गए थे। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, जिसने SEBI को जांच का आदेश दिया था।

SEBI की जांच में क्या सामने आया?

सूत्रों के मुताबिक, SEBI ने अपनी जांच में पाया कि अडानी ग्रुप ने नियमों का कोई बड़ा उल्लंघन नहीं किया है। जांच में ग्रुप के विदेशी निवेश और मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग जैसे मामलों को भी देखा गया, लेकिन SEBI को कुछ भी गंभीर नहीं मिला। इस क्लीन चिट के बाद निवेशकों का भरोसा एक बार फिर से अडानी ग्रुप पर लौट आया है।

शेयर बाजार में जश्न का माहौल

इस खबर का असर इतना जबरदस्त था कि अडानी ग्रुप की सभी 10 लिस्टेड कंपनियों के शेयर रॉकेट की तरह भागे:

अडानी एंटरप्राइजेज: 12% से ज्यादा उछल गया।

अडानी पोर्ट्स: 10% तक बढ़ गया।

अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस: दोनों में 10-10% का अपर सर्किट लग गया।

अडानी पावर: 5% के अपर सर्किट पर पहुंच गया।

अंबुजा सीमेंट्स, ACC और NDTV: इन सभी शेयरों में भी 5% से 9% तक की भारी तेजी देखी गई।

इस तूफानी तेजी के चलते सिर्फ एक ही दिन में अडानी ग्रुप की कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन (बाजार मूल्य) 1.25 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा बढ़ गया। यह फैसला अडानी ग्रुप के लिए एक बड़ी जीत माना जा रहा है, जिसने पिछले एक साल से भी ज्यादा समय से चल रहे संकट के बादलों को आखिरकार छांट दिया है।