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Up Kiran, Digital Desk: पिछले कुछ वर्षों में विश्व के कई हिस्सों में राजनीतिक और सैन्य तनाव की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। रूस और यूक्रेन के बीच चल रही लड़ाई अब तीन साल से अधिक समय से जारी है और इसका कोई अंत अभी नजर नहीं आ रहा। वहीं, पश्चिम एशिया के क्षेत्र में ईरान और इजरायल के बीच भी हालिया दिनों में तनाव चरम पर पहुंचा है, जहां दोनों देशों के बीच सीधे टकराव की खबरें भी सामने आई हैं।

एशियाई महाद्वीप में भी भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया समय में हुए सैन्य झगड़े ने क्षेत्रीय स्थिरता को चुनौती दी है। इन घटनाओं के बीच, वैश्विक समुदाय में तीसरे विश्व युद्ध की संभावनाओं को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है।

लेकिन अगर बात करें संभावित भविष्य के संघर्षों की, तो केवल ये देश ही ज़िम्मेदार नहीं होंगे। दुनिया के कई और स्थान हैं जहां लंबे समय से तनाव गहराता जा रहा है, और ये कहीं भी अचानक सैन्य टकराव में बदल सकते हैं। आइए, उन देशों पर एक नजर डालते हैं जहां युद्ध की आशंका बनी हुई है।

चीन और ताइवान के बीच चल रहा गतिरोध
चीन और ताइवान के बीच संबंध सदियों से तनावपूर्ण रहे हैं। चीन ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है और इस पर नियंत्रण पाने के लिए कई कदम उठाता रहा है। हालांकि, ताइवान अपनी स्वतंत्रता बनाए रखने के लिए दृढ़ है। 2023 और 2024 में कई बार चीनी लड़ाकू विमानों ने ताइवान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और गहरा गया। ये घटनाएं संभावित सैन्य संघर्ष की संभावना को बढ़ावा देती हैं।

कोरिया के दो हिस्सों के बीच पुराना विवाद
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद कोरिया दो भागों में विभाजित हो गया – उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया। यह विभाजन अब तक दुनिया के सबसे जटिल और लंबे संघर्षों में से एक बन चुका है। दक्षिण कोरिया अमेरिका के साथ मजबूत संबंध रखता है, जबकि उत्तर कोरिया को रूस और चीन का समर्थन हासिल है। कई बार उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ मिसाइल परीक्षण और सीमा पार आक्रमण का प्रयास किया है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बना हुआ है।

भारत और पाकिस्तान: एक सदाबहार संघर्ष
1947 में भारत के विभाजन के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार तनाव और झड़पें होती आ रही हैं। कश्मीर विवाद इन दोनों देशों के बीच सबसे बड़ा मुद्दा है, जो अक्सर सैन्य संघर्ष और आतंकवादी गतिविधियों में तब्दील हो जाता है। हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच सीमा पर टकराव बढ़े हैं, जिससे क्षेत्रीय शांति पर संकट मंडरा रहा है।

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