Up Kiran, Digital Desk: वड़ोदरा के नवयार्ड क्षेत्र में अचानक पानी की आपूर्ति बंद होने से हजारों लोग तीन दिन तक परेशान रहे। शहर के इस इलाके में रह रहे लोगों को बेसुरा वक्त देखने को मिला, जब उनकी नलियों से पानी पूरी तरह गायब हो गया। जांच पड़ताल में पता चला कि यह पानी की भारी किल्लत कोई सिस्टम फेलियर नहीं बल्कि विभाग के एक ही कर्मचारी की गैरजिम्मेदारी का परिणाम थी।
योगेश वसावा नाम के इंजीनियर ने अपना ट्रांसफर न होने पर गुस्से में आकर इलाके का मुख्य अंडरग्राउंड वॉल्व बंद कर दिया था। इस कदम ने न केवल नवयार्ड के घरों को पानी से महरूम रखा, बल्कि हजारों लोगों के रोजमर्रा के काम प्रभावित हो गए। तीन दिनों तक पानी के इंतजाम में जुटे लोग और दुकानदार दोनों ही असहाय महसूस कर रहे थे।
जल आपूर्ति विभाग के कर्मचारी लगातार रिसाव या अन्य तकनीकी खराबी की तलाश में लगे रहे, लेकिन कोई भी समस्या सामने नहीं आई। आखिरकार, विभाग की पूरी टीम ने बड़ी मेहनत के बाद इस बात का पता लगाया कि वॉल्व को जानबूझकर बंद किया गया था। इसके बाद प्रशासन ने तुरंत पानी सप्लाई शुरू कराई।
इस प्रकरण में विभाग के अधिकारी आलोक शाह ने योगेश वसावा के खिलाफ कड़ी शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में बताया गया है कि कर्मचारी ने अपनी नाराजगी निकालने के लिए अपनी ही जिम्मेदारी का दुरुपयोग किया और इस गैरजरूरी कदम से आम जनता की भलाई को ठेस पहुंचाई। पानी की इस असुविधा ने नवयार्ड के निवासियों की दैनिक जिंदगी को प्रभावित किया, जिससे लोगों को काफी झंझट और परेशानी का सामना करना पड़ा।
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