
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जून को विशाखापट्टनम में आयोजित 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह की अगुआई की। यह आयोजन ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’ थीम के तहत खास था, जिसमें रूस से अरब सागर तक योगाभ्यास का संदेश फैलाया गया ।
मोदी ने सुबह 6:30 बजे प्रात: आरंभ से ही ऊर्जा से भरे अंदाज़ में जहाँ 19 योगासन किए, वहीं उन्होंने देश को प्रेरित किया कि वे भी जीवन में योग को रूटीन बनाएं । उन्होंने कहा कि योग न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को मजबूत करता है, बल्कि वैश्विक शांति और मानवता 2.0 की दिशा भी दिखाता है ।
विशाखापट्टनम के आर.के. बीच से भीमिलि तक लगभग 25 किमी लंबे तटवर्ती मार्ग पर, 3 लाख से अधिक लोग पीएम मोदी के साथ ही 11,000 नौसेना कर्मी और उनके परिवार योगा-अभ्यास में जुटे रहे । उस समय लगभग 600 नौसेना व कोस्ट गार्ड के जवान समुद्र पर खड़े होकर नावों पर योग कर रहे थे, जिससे दृश्य अत्यंत प्रभावशाली बना ।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने मोटापे और ह्रदय‑स्वास्थ्य जैसे गंभीर मुद्दों पर भी जोर दिया। उन्होंने लोगों से कहां कि वे अपने दैनिक आहार में तेल की मात्रा में कम से कम 10% कटौती करें । साथ ही उन्होंने देशों को अपील की कि वे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग को अपनाएं, ताकि यह वैश्विक स्वास्थ्य और सौहार्द्र का प्रतीक बने ।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने ‘योगांध्र‑2025’ नामक राज्यव्यापी अभियान की शुरुआत की, जिसमें राज्य में 1,000 योग पार्क बनाये जा रहे हैं। उनका उद्देश्य पाँच लाख योगकारियों द्वारा एक साथ अभ्यास कर एक नया कीर्तिमान स्थापना करना है ।
--Advertisement--