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Kedarnath by-election: केदारनाथ उपचुनाव में बीजेपी व कांग्रेस ने अपने पुराने चेहरों को फिर से चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है। बीजेपी ने बदरीनाथ में हालिया हार से सबक लेते हुए आशा नौटियाल पर भरोसा जताया है, जबकि कांग्रेस ने मनोज रावत को तीसरी बार विधानसभा चुनाव में उतारने का निर्णय लिया है।

बीजेपी ने नए चेहरों की बजाय अनुभवी आशा नौटियाल को टिकट दिया है, जो पहले भी केदारनाथ से विधायक रह चुकी हैं। उनके सामने कुलदीप रावत और ऐश्वर्या रावत जैसे नए दावेदार थे, मगर पार्टी ने पुरानी कार्यकर्ता पर भरोसा करना उचित समझा। कुलदीप और ऐश्वर्या हाल ही में पार्टी से जुड़े हैं, जबकि आशा की पार्टी में लंबी पृष्ठभूमि है।

आशा नौटियाल ने 2002 और 2007 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे, मगर 2012 में हार का सामना करना पड़ा। 2017 में उन्हें टिकट नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और बाद में बीजेपी में वापसी की। वर्तमान में वे महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हैं।

वहीं, कांग्रेस की ओर से मनोज रावत का नाम काफी मजबूत माना जा रहा है। मनोज ने पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत की और अपनी दबंग छवि के साथ सरल व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। 2022 में हार के बावजूद उनकी सक्रियता ने उन्हें अन्य दावेदारों से आगे रखा है।

कांग्रेस में मनोज के साथ साथ कई दावेदार थे, जिनमें पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत और जिला अध्यक्ष कुंवर सिंह सजवाण शामिल थे। मगर मनोज ने सभी को पछाड़कर टिकट हासिल किया है।
 

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