
पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर से पर्यटकों की सुरक्षित वापसी सरकार की प्राथमिकता बन गई है। इस सिलसिले में गुरुवार को 110 उड़ानों का संचालन किया गया, जिनमें से 8 फ्लाइट्स अतिरिक्त तौर पर चलाई गईं। इन फ्लाइट्स के ज़रिए 14,000 से ज्यादा यात्रियों को घाटी से बाहर लाया गया। नागर विमानन मंत्रालय ने पुष्टि की है कि हवाई किराए में अब भारी गिरावट आई है, जिससे पर्यटकों को राहत मिली है।
एक दिन में 14,197 यात्रियों की आवाजाही – राहत की बड़ी पहल
मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार को सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक, श्रीनगर एयरपोर्ट पर कुल 110 फ्लाइट्स (57 आगमन और 53 प्रस्थान) का संचालन हुआ। इन फ्लाइट्स से 14,197 यात्रियों ने यात्रा की। मंत्रालय ने बताया कि इस आपात स्थिति को देखते हुए एयरलाइनों ने फ्लाइट्स की क्षमता बढ़ाई है और टिकट रद्द करने और रीबुकिंग शुल्क माफ कर दिए हैं।
हवाई किराया घटा – अब दिल्ली फ्लाइट आधे रेट पर
आतंकी हमले के तुरंत बाद, श्रीनगर से दिल्ली और अन्य मेट्रो शहरों के लिए हवाई किरायों में भारी बढ़ोतरी देखी गई थी, जिससे यात्रियों में काफी नाराज़गी थी। लेकिन अब मंत्रालय की निगरानी और हस्तक्षेप के बाद एयरलाइंस ने किरायों में कटौती की है। उदाहरण के लिए:
21 अप्रैल को श्रीनगर-दिल्ली टिकट ₹20,000 से ऊपर बिक रहा था
अब 24 अप्रैल को वही टिकट ₹10,000 से कम में उपलब्ध है
यह बदलाव यात्रियों के लिए काफी राहत देने वाला साबित हो रहा है।
मंत्रालय की चेतावनी – किरायों की होगी लगातार निगरानी
नागर विमानन मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि एयरलाइंस की कनेक्टिंग फ्लाइट्स में किराया प्रणाली अलग होती है, जहां हर लेग की कीमत जुड़ती है। इस कारण इकोनॉमी और बिजनेस क्लास के टिकटों में अंतर कम हो जाता है। मंत्रालय ने कहा कि वह टिकटों की कीमतों पर लगातार नजर रख रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की मुनाफाखोरी या ओवरचार्जिंग न हो।
एयरलाइंस का सहयोग – अतिरिक्त फ्लाइट्स और ग्राहक सेवा में सुधार
पर्यटकों की बढ़ती आवाजाही को देखते हुए:
एयरलाइंस ने नई उड़ानें जोड़ी हैं
टिकट कैंसलेशन और रीबुकिंग चार्ज फ्री कर दिए हैं
यात्रियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन सपोर्ट मिल रहा है
यह सब उस स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए किया गया है, जिसमें बड़ी संख्या में पर्यटक जल्द से जल्द सुरक्षित वापसी चाहते हैं।
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