
Up Kiran, Digital Desk: अगर आप सोना या चांदी खरीदने का मन बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। 23 जुलाई 2025 को भारतीय वायदा बाजार में चांदी की कीमतों ने इतिहास रच दिया है, जबकि सोने की चमक भी लगातार बरकरार है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर चांदी का वायदा भाव एक नया रिकॉर्ड बनाते हुए ₹1,16,275 प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गया है, जो अब तक का सबसे उच्च स्तर है। वहीं, सोने का वायदा भाव भी ₹79,770 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है।
चांदी ने लगाई रिकॉर्ड तोड़ छलांग: क्या है वजह?
MCX पर दोपहर के कारोबार में चांदी का सितंबर वायदा अनुबंध ₹1,16,275 प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले चांदी का पिछला रिकॉर्ड ₹1,15,000 प्रति किलोग्राम का था, जिसे आज पार कर लिया गया। चांदी में इस जबरदस्त उछाल के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारक काम कर रहे हैं। भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, कमजोर अमेरिकी डॉलर और दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने और चांदी की ताबड़तोड़ खरीदारी जैसे कारण कीमती धातुओं को लगातार सहारा दे रहे हैं।
सोना भी चमका: ₹79,770 के करीब पहुंचा भाव
चांदी के साथ-साथ सोने की कीमतों में भी तेजी जारी है। अगस्त वायदा के लिए सोने का भाव ₹79,770 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। जानकारों का मानना है कि सोने में जल्द ही ₹80,000 प्रति 10 ग्राम का स्तर भी पार हो सकता है और इसके बाद ₹81,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंचने की संभावना है।
विशेषज्ञों की राय: क्या और बढ़ेगी कीमत?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी की कीमतों में मौजूदा तेजी बनी रहेगी। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज (Geojit Financial Services) के कमोडिटी प्रमुख हर्षा एच. ने बताया कि वैश्विक अनिश्चितता और बढ़ती महंगाई के खिलाफ सुरक्षा कवच के रूप में सोने और चांदी की मांग बढ़ रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि चांदी का भाव ₹1,17,000 प्रति किलोग्राम तक जा सकता है और अगर यह स्तर पार होता है तो ₹1,20,000 प्रति किलोग्राम का आंकड़ा भी दूर नहीं है। इसी तरह, सोने के लिए भी मजबूत वैश्विक संकेतों के चलते ₹80,000 और फिर ₹81,000 के स्तर की उम्मीद की जा रही है।
आपके शहर में क्या हैं सोने-चांदी के भाव?
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि MCX पर दिखाए गए वायदा भाव हैं। देश के अलग-अलग शहरों में फिजिकल यानी हाजिर बाजार में सोने और चांदी की कीमतें थोड़ी भिन्न हो सकती हैं। यह अंतर स्थानीय मांग-आपूर्ति, आयात शुल्क और राज्य के करों के कारण होता है। हालांकि, वायदा बाजार के ये आंकड़े एक सामान्य रुझान और बाजार की दिशा को दर्शाते हैं।
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