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Up Kiran, Digital Desk: मंडोना "डोना" काशनियन लगभग 47 वर्षों से अमेरिका में रह रही थीं। एक अमेरिकी नागरिक से शादी करने के बाद उन्होंने अपनी बेटी को भी पाला-पोसा। पर अचानक उनके परिवार को झटका तब लगा जब न्यू ऑरलियन्स में अपने घर के बाहर बागवानी कर रही काशनियन को अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया।

काशनियन 1978 में छात्र वीजा पर अमेरिका आई थीं और तब से उन्होंने अमेरिका में ही अपना जीवन स्थापित किया। उनकी शरण अर्जी खारिज हो चुकी है, लेकिन परिवार के साथ रहने की अनुमति मिली थी, बशर्ते वह नियमित रूप से आव्रजन अधिकारियों से संपर्क बनाए रखें। उन्होंने इस नियम का कड़ाई से पालन किया, जिसमें एक बार तूफान कैटरीना के दौरान दक्षिण कैरोलिना से भी चेक-इन किया गया था। फिलहाल उन्हें लुइसियाना के बेसिल स्थित एक आव्रजन हिरासत केंद्र में रखा गया है। परिवार उनके हालात जानने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।

हाल के वर्षों में अमेरिका में ईरानी मूल के कई अन्य लोगों की गिरफ्तारी की खबरें भी सामने आई हैं। अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग इस बात का खुलासा करने से बच रहा है कि अब तक कितने ईरानियों को हिरासत में लिया गया है। अमेरिका-ईरान के बीच बढ़ते तनावों के बीच ऐसा लगता है कि इस संख्या में इजाफा हो सकता है।

नेशनल ईरानी अमेरिकन काउंसिल के नीति निदेशक रयान कोस्टेलो ने कहा कि ICE ने संभवतः निर्देश दिया है कि ईरानियों की गिरफ्तारी बढ़ाई जाए, चाहे वे किसी भी प्रकार के खतरे से जुड़े हों या न हों। यह कदम बहुत चिंताजनक है, क्योंकि इसका असर कई निर्दोष लोगों पर पड़ सकता है।

अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग ने कुछ ईरानियों की हालिया गिरफ्तारी की पुष्टि की है, लेकिन मामले में विस्तार से जानकारी साझा नहीं की गई। विभाग के प्रवक्ता ट्रिसिया मैकलॉघलिन ने कहा कि अवैध प्रवास करने वालों में कुछ संदिग्ध आतंकवादी भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने देश में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं, लेकिन उन्होंने किसी भी आरोपी के आतंकवादी कनेक्शन का प्रमाण नहीं दिया।

काशनियन के पति रसेल मिल्ने कहते हैं कि उनकी पत्नी न तो किसी खतरे में है और न ही उसने कोई अपराध किया है। उनकी शरण अर्जी भले ही प्रशासन ने खारिज की हो, पर परिवार का कहना है कि वह अमेरिकी समाज में एक जिम्मेदार नागरिक की तरह जीवन जी रही हैं।

दंपति की मुलाकात 1980 के दशक में हुई जब काशनियन बारटेंडर थीं। शादी के बाद उनका जीवन पूरी तरह से अमेरिका में ही गुजरा। वे पड़ोस में बच्चों की दादी जैसी मानी जाती थीं और कई सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय थीं।

परिवार ने बताया कि निर्वासन का डर सदैव उनके सिर पर मंडराता रहा, लेकिन काशनियन ने हमेशा नियमों का पालन किया।

यद्यपि ईरानियों का अमेरिका में प्रवेश और शरण के मामले जटिल हैं, पर अमेरिकी प्रशासन की हालिया नीतियों ने कई अनिश्चितताएं पैदा कर दी हैं। कई ईरानियों को अब ऐसे देशों में भेजा जा रहा है जहाँ वे खुद नहीं जाना चाहते या जहाँ उनके लिए खतरा है।

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