img

Up Kiran, Digital Desk: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को ऐतिहासिक घोषणा की कि इज़राइल और हमास ने शांति समझौते के पहले चरण पर सहमति जताई है। इस समझौते के तहत इज़राइल अपने सैनिकों को एक निर्धारित सीमा पर वापस बुलाएगा। वहीं, हमास बंधकों को जल्द ही रिहा करेगा।

ट्रंप ने इस बात की जानकारी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर साझा की। उन्होंने लिखा, "मुझे गर्व है कि दोनों पक्षों ने हमारे शांति प्रस्ताव के पहले चरण पर सहमति दी है। इससे सभी बंधकों की रिहाई संभव होगी, और इज़राइल अपने सैनिकों को एक समझी गई रेखा पर वापस ले जाएगा। यह कदम स्थायी और मजबूत शांति की दिशा में पहला बड़ा कदम है।"

ट्रंप ने उन देशों का भी धन्यवाद किया, जो इस वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं। कतर, मिस्र और तुर्की के सहयोग के बिना यह संभव नहीं हो पाता। उन्होंने कहा, "सभी पक्षों के साथ निष्पक्षता के साथ व्यवहार होगा। यह दिन अरब, मुस्लिम दुनिया, इज़राइल, सभी पड़ोसी देशों और अमेरिका के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम कतर, मिस्र और तुर्की के मध्यस्थों के प्रयासों के लिए आभारी हैं।"

इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी इस समझौते की सराहना की। उन्होंने इसे कूटनीतिक और नैतिक जीत बताया और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को इस प्रयास में उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। नेतन्याहू ने कहा, "हमने शुरुआत से स्पष्ट कर दिया था कि तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक सभी बंधक वापस न आ जाएं। यह हमारी कूटनीतिक सफलता है और हमारे लिए राष्ट्रीय विजय का प्रतीक।"

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी इस शांति समझौते का स्वागत किया। उन्होंने अमेरिका, कतर और मिस्र सहित अन्य देशों का धन्यवाद किया और सभी पक्षों से शर्तों का पालन करने की अपील की। गुटेरेस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र इस प्रक्रिया का समर्थन करता रहेगा।