Up Kiran, Digital Desk: डोनाल्ड ट्रम्प, जो 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में जो बिडेन से हार गए थे, ने हाल ही में चुनाव में धांधली के आरोप फिर से उठाए हैं। ट्रम्प ने इसे "अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला" करार दिया और न्याय विभाग (डीओजे) से चुनावी प्रक्रिया की जांच करने की मांग की। उनका मानना है कि चुनाव में भारी धांधली हुई और इसे रोकने के लिए एक मजबूत कदम उठाना आवश्यक है।
चुनाव सुधार की मांग
ट्रम्प ने डाक द्वारा मतदान और समय से पहले मतदान की प्रथा को समाप्त करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इन प्रथाओं के कारण चुनाव में धोखाधड़ी हो सकती है और इसे रोकने के लिए मतदाता पहचान पत्र की अनिवार्यता को लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, “डाक से या जल्दी मतदान नहीं, मतदाता पहचान पत्र के लिए हाँ!”
कैलिफ़ोर्निया प्रस्ताव 50 पर आपत्ति
ट्रम्प ने कैलिफ़ोर्निया के प्रस्ताव 50 की भी आलोचना की, जो कांग्रेस के जिलों के पुनः निर्धारण से जुड़ा है। उनका कहना था कि इस प्रस्ताव का उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया में और गड़बड़ी पैदा करना है। ट्रम्प ने कैलिफ़ोर्निया के चुनावी कानूनों को "बेईमानी" करार दिया और रिपब्लिकन को चेतावनी दी कि वे चुनाव में धोखाधड़ी से बचने के लिए कदम उठाएं।
ओबामा की प्रतिक्रिया
इस बीच, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बैलट पहल के पक्ष में अपनी बात रखी है और इसे 4 नवंबर के मतदान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। ओबामा का कहना था कि इस तरह के उपाय चुनावी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और लोकतांत्रिक बना सकते हैं।
2020 चुनाव के बाद ट्रम्प के बयान
जो बिडेन की जीत के बाद, ट्रम्प ने लगातार यह दावा किया है कि चुनाव में धांधली हुई थी, हालांकि, इस आरोप को अधिकारियों और अदालतों ने बार-बार खारिज किया। इसके बावजूद, ट्रम्प के समर्थकों ने 6 जनवरी, 2021 को वाशिंगटन डीसी स्थित यूएस कैपिटल में हिंसक प्रदर्शन किया था। कैपिटल में घुसने के बाद, हजारों समर्थकों ने दंगे और लूटपाट की थी।
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