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Up Kiran, Digital Desk: भारत और रूस के बीच रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग नए चरण में प्रवेश कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत जल्द ही रूस से सस्ता क्रूड ऑयल आयात कर सकता है और साथ ही S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की अतिरिक्त खेप भी मिलने वाली है।

रूस ने भारत को अपने यूरल क्रूड ऑयल पर प्रति बैरल 3 से 4 डॉलर की छूट देने का प्रस्ताव रखा है। पिछले हफ्ते यह डिस्काउंट लगभग 2.5 डॉलर था, जबकि जुलाई में यह केवल 1 डॉलर था। यह ऑफर सितंबर के अंत और अक्टूबर में लोड होने वाले कार्गो के लिए है। विशेषज्ञ मानते हैं कि सितंबर में भारत को तेल की आपूर्ति 10–20% तक बढ़ सकती है, यानी रोजाना अतिरिक्त 1.5 से 3 लाख बैरल तेल।

साथ ही, भारत और रूस के बीच S-400 मिसाइल सिस्टम की अतिरिक्त आपूर्ति पर भी बातचीत जारी है। रूस 2026 और 2027 तक अंतिम दो यूनिट भारत को सौंप देगा। याद रहे कि 2018 में हुए 5.5 अरब डॉलर के समझौते के तहत पांच यूनिट का सौदा हुआ था। इनमें से तीन यूनिट भारत को पहले ही मिल चुकी हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि S-400 सिस्टम ने मई में पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों पर भारत की ऑपरेशन सिंदूर में अहम भूमिका निभाई थी। रूसी अधिकारी दिमित्री शुगायेव ने भी कहा कि क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने की गुंजाइश है और नई डिलीवरी पर बातचीत चल रही है।

इस बीच, भारत के रूसी तेल आयात पर अमेरिका की नज़र बनी हुई है। हाल ही में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगाए थे। अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने कहा, "इंडियन आर्बिट्राज सिर्फ यूक्रेन युद्ध के दौरान शुरू हुआ है। यह पूरी तरह अस्वीकार्य है। भारत अरबों डॉलर का मुनाफा कमा रहा है।"

ट्रंप प्रशासन का कहना है कि भारत रूस से सस्ता तेल खरीदकर बड़ी रकम कमा रहा है। यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब भारत-रूस संबंध SCO समिट के दौरान चीन के तियानजिन में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात में भी चर्चा का विषय रहे। दोनों नेताओं ने अपने रिश्तों को "बेहतरीन और मजबूत" बताया। पुतिन ने पीएम मोदी को अपना "प्रिय मित्र" कहा और बताया कि दोनों देशों के रिश्ते तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।

विश्लेषकों के मुताबिक, यह समय भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। ऊर्जा और रक्षा सहयोग दोनों ही मोर्चों पर देश की स्थिति मजबूत हो रही है। सस्ता तेल और S-400 की नई खेप भारत की सुरक्षा और आर्थिक स्थिति को एक नया बल दे सकती है।