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russia ukraine row: यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने मंत्रियों को हुक्म दिया है कि वे ट्रंप द्वारा प्रस्तावित समझौते पर हस्ताक्षर न करें। इस प्रस्ताव में ये है कि ट्रंप जब ही यूक्रेन की मदद करेंगे जब देश का कीमती खजाना ( 26 ट्रिलियन डॉलर) का है उनको मिले।

जेलेंस्की के देश यूक्रेन के पास महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों का विशाल भंडार है। इसका उपयोग एयरोस्पेस, रक्षा और परमाणु उद्योगों में किया जाता है। इनमें दुर्लभ मृदा तत्व शामिल हैं। ये रक्षा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इन खनिजों का अनुमानित मूल्य 26 ट्रिलियन डॉलर तक हो सकता है।

ट्रंप चाहते हैं कि यदि रूस के खिलाफ वो अमेरिकी मदद चाहते हैं तो यूक्रेन का कीमती खजाना उनके हवाले करें। जेलेंस्की के मुताबिक, ये प्रस्ताव अत्यधिक अमेरिकी हितों पर केंद्रित है और यूक्रेन के बहुत ज्यादा लाभ नहीं होगा।

बता दें कि म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ जेलेंस्की की बातचीत में यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जेलेंस्की के निर्णय को "अदूरदर्शी" बताया।